Jharkhand News: एक्शन मोड में CM सोरेन, 207 योजनाओं को दी स्वीकृति, 'टाइमलाइन से पहले खत्म करें काम'
Jharkhand News सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अधिकारी तमाम योजनाओं की निश्चित अवधि निर्धारित तय करें। इसके तहत योजनाओं को लेकर डीपीआर तैयार करने टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने कार्य की शुरुआत और उसके पूर्ण होने का समय निर्धारित हो।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को अधिकारियों के संग समीक्षा बैठक में कार्य संस्कृति सुधारने के सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी तमाम योजनाओं की निश्चित अवधि निर्धारित तय करें। इसके तहत योजनाओं को लेकर डीपीआर तैयार करने, टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने, कार्य की शुरुआत और उसके पूर्ण होने का समय निर्धारित हो। अगर योजनाओं में विलंब होता है तो किस स्तर पर कितना विलंब हुआ, इसकी भी रूपरेखा तय हो। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं और पूरी जवाबदेही के साथ अपने कार्यों को सुनिश्चित करें। अधिकारी हर महीने अपना दौरा निर्धारित करें और कम से कम चार बार दौरा करें। इससे योजनाओं की जमीनी हकीकत वे जान पाएंगे।
पाइपों की गुणवत्ता को लेकर मिल रही शिकायतें
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलापूर्ति योजनाओं के लिए जो पाइप लाइन बिछाई जा रही है, उसको लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं। जहां पाइपों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं, वहीं उसे बिछाने में मानकों का पालन नहीं हो रहा है। इससे जलापूर्ति योजना कैसे सफल होंगी, इसे सहज समझा जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पाइप लाइन बिछाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना हो। इसमें जो भी मानक तय किए गए हैं, उसका पूरा पालन किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। कई बार इसमें असमानताएं देखने को मिलती हैं। जरूरतमंदों तक इसका लाभ नहीं पहुंच पाता है। यह उचित नहीं है । तमाम अधिकारी इसे गंभीरता से लें और जनकल्याणकारी योजनाओं को जरूरतमंदों और लाभुकों तक पहुंचाने का कार्य सुनिश्चित करें।
गलतियों को सुधारने पर हो ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की इतनी बड़ी व्यवस्था में योजनाओं के क्रियान्वयन में थोड़ी बहुत गलतियां होती ही रहती हैं। इसकी संख्या इतनी ज्यादा नहीं होनी चाहिए कि सुशासन पर असर पड़े। अधिकारियों को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर कहीं गलतियां हो रही है तो उसका समाधान निकालने की दिशा में त्वरित पहल होना चाहिए।
पोर्टल पर 1138 योजनाओं की जानकारी, इनकी हुई समीक्षा
उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में 30 मई तक जोहार परियोजना पोर्टल पर 1138 योजनाओं की जानकारी है। इसमें 931 योजनाओं का शिलान्यास हो चुका है। 207 योजनाओं को मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिल चुकी है। 595 योजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है।
योजनाएं
सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना, पतरातू सुपर थर्मल पावर स्टेशन के लिए संचरण योजना, गुमानी बराज योजना, गोड्डा एवं सुंदर पहाड़ी रूरल पाइप वाटर सप्लाई स्कीम, झारखंड कृषि ऋण माफी योजना, एशियन डेवलपमेंट बैंक संपोषित झारखंड अर्बन वाटर सप्लाई इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट मेदिनीनगर निगम, विद्यासागर एवं जामताड़ा प्रखंड अंतर्गत सिकटिया मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना, कांटा टोली (रांची) फ्लाईओवर निर्माण परियोजना, सरैयाहाट प्रखंड सरैयाहाट ग्रामीण जलापूर्ति योजना, बाघमारा रूरल वाटर सप्लाई स्कीम फेज-दो, बरलंगा- नेमरा-कसमार-खैराचातर पथ निर्माण कार्य, धोबा-धोबिन-खरपोश-बेनिसागर पथ निर्माण कार्य, रांची जिला अंतर्गत नेवरी विकास विद्यालय से बूटी मोड़, कोकर चौक-कांटा टोली- नामकोम आरओबी तक पथ निर्माण कार्य, साहिबगंज जिला के रांगा सिमरा-हिरन-डुमील श्रीरामपुर-इलाकी भोरबंध- सिमलघाब पथ निर्माण कार्य योजनाओं सहित अन्य योजनाएं।
ये अधिकारी रहे उपस्थित
उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एल ख्यानगते, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव, प्रधान सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव प्रशांत कुमार सिंह, सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव के रवि कुमार, सचिव मनीष रंजन, सचिव राजेश कुमार शर्मा, सचिव अमिताभ कौशल, सचिव सुनील कुमार, सचिव राहुल पुरवार, सचिव कृपानंद झा, सचिव प्रवीण टोप्पो, सचिव जीतेंद्र कुमार सिंह, सचिव विप्रा भाल, सचिव मनोज कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे।