थाने में रात गुजारने का सीएम का आदेश बेअसर
रांची : मुख्यमंत्री का एसपी को थाने में एक रात गुजारने का आदेश आठ माह बाद भी ठेंगे पर है
रांची : मुख्यमंत्री का एसपी को थाने में एक रात गुजारने का आदेश आठ माह बाद भी ठेंगे पर है। राज्य की विधि-व्यवस्था पर बैठक के दौरान सीएम ने यह आदेश दिया था, जिसका राज्य के किसी भी एसपी ने पालन नहीं किया। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह आदेश तब दिया था, जब पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगा था। हिरासत में मौत, प्रताड़ना की शिकायत मिलने के बाद ही मुख्यमंत्री ने थाने की गतिविधियों को करीब से देखने के लिए एसपी को आदेश दिया था।
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यह था आदेश :
मुख्यमंत्री का आदेश था कि एसपी एक रात एक थाने में गुजारें। इससे वहां की गश्त, वहां आने वाले व्यक्ति से पुलिस का व्यवहार, थाने में रहने वाले पुलिसकर्मियों की परेशानी को करीब से देखने का मौका मिलेगा। इसके बाद वहां की समीक्षा कर समस्याओं को सुलझाने में मदद मिलेगी।
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लगातार मामले आने के बाद ही मुख्यमंत्री ने लिया था निर्णय :
चुटिया थाने में डीएसपी व थानेदार पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर खुदकशी करने वाले शिव सरोज नामक युवक का मामला तब चर्चा में था। इतना ही नहीं, लालपुर थाने की हाजत में भी चोरी के आरोपी एक युवक ने खुदकशी कर ली थी, वहीं बुंडू में पुलिस की हिरासत में रूपेश स्वांसी नामक युवक की मौत हो गई थी। इन सभी मामलों में पुलिस की कार्यशैली संदेह के घेरे में रही थी। सीएम आवास को यह भी सूचना मिली थी कि ग्रामीण क्षेत्र के थानों में लोग थाने जाने से परहेज करते हैं। जनता से पुलिस की दूरियों को मिटाने के लिए पुलिस पदाधिकारियों को भी जनता को मित्र बनाने का आदेश था। उक्त आदेश का पालन हो रहा है कि नहीं, इसकी भी जायजा लेने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने यह आदेश दिया था। सीएम की इस महत्वाकांक्षी योजना को अब तक धरातल पर नहीं उतारा जा सका।
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प्रत्येक एसपी को पुलिस मुख्यालय से यह आदेश जारी है कि वे एक रात थाने में गुजारें। जोनल आइजी व डीआइजी इसको मॉनीटर करते रहते हैं। इसका पालन हो रहा है।
आशीष बत्रा, आइजी ऑपरेशन सह प्रवक्ता, झारखंड पुलिस।
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