Uttarakhand Chamoli Tragedy: अबतक नहीं आए 11 श्रमिकों के शव, CM हेमंत ने रक्षा मंत्री से की बात
Uttarakhand Chamoli Tragedy मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मंगलवार को दूरभाष पर बात कर जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से मृत झारखंड के 11 श्रमिकों का पार्थिव शरीर परिवार को वापस भेजने को लेकर अपनाए जा रहे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के रवैये पर खेद जताया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Uttarakhand Chamoli Tragedy मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मंगलवार को दूरभाष पर बात कर जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से मृत झारखंड के 11 श्रमिकों का पार्थिव शरीर परिवार को वापस भेजने को लेकर अपनाए जा रहे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के रवैये पर खेद जताया है। मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि वे अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश दें ताकि मृत मजदूरों के उनके परिजन उनका अंतिम दर्शन कर सकें। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मजदूरों का पार्थिव शरीर एयरलिफ्ट कराने की तैयारी है। इसकी प्रक्रिया को पूरी करने में झारखंड सरकार जुटी है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में 23 अप्रैल को ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में झारखंड के 11 मजदूरों की मौत हो गई थी। दुमका, पश्चिम सिंहभूम, खूंटी और रांची के रहने वाले ये मजदूर सीमा सड़क संगठन में काम कर रहे थे। अबतक मृत श्रमिकों का शव झारखंड भेजने की पहल नहीं की गई है। इससे नाराज नाराज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर सीमा सड़क संगठन को आदेश देने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने फोन पर रक्षा मंत्री से बात भी की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा है कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से बीआरओ में काम कर रहे वीर श्रमिकों को हमने खो दिया। मृतकों को झारखंड भेजने के लिए बीआरओ द्वारा अभी तक कार्यवाही नहीं की गई है। फोन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई है। उन्होंने बीआरओ की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जताते हुए मदद का आश्वासन दिया है।