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Jharkhand News: भाजपा वाले दीपक प्रकाश के साथ विभूति DMO की तस्‍वीर वायरल, सरयू राय का भी मिजाज गरम

Jharkhand News भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष दीपक प्रकाश के साथ आइएएस पूजा सिंघल के राजदार साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार का फाेटो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस मामले में दीपक प्रकाश ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Mon, 23 May 2022 09:10 PM (IST)Updated: Mon, 23 May 2022 10:05 PM (IST)
Jharkhand News: भाजपा वाले दीपक प्रकाश के साथ विभूति DMO की तस्‍वीर वायरल, सरयू राय का भी मिजाज गरम
Jharkhand News: भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष दीपक प्रकाश, पूजा सिंघल और पूर्व मंत्री सरयू राय।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के साथ साहिबगंज डीएमओ विभूति कुमार के इंटरनेट मीडिया पर वायरल फोटो के मामले ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने इस फोटो को कट पेस्ट बताया है और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने स्पष्ट कहा कि वायरल फोटो कट पेस्ट है।

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दीपक प्रकाश ने कहा कि झूठ की बुनियाद पर इमारत खड़ी की जा रही है। हम इस झूठ का पर्दाफाश करेंगे। उन लोगों का भी भंडाफोड़ होगा, जो इस फर्जी फोटो को वायरल कर रहे हैं। कहा, इस मामले में हम कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें कि सोमवार दोपहर ट्वीटर पर अजय वर्मा द्वारा यह फोटो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश पर तीखी टिप्पणी के साथ अपलोड की गई थी।

पल्स में हुआ कालेधन का निवेश, क्लीन चिट की जांच करें मुख्य सचिव : सरयू राय

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने राज्य सरकार से उस संचिका की प्रति उपलब्ध कराने की मांग की है, जिसमें पूर्ववर्ती सरकार द्वारा पूजा सिंघल पर विभागीय कार्रवाई का अभियोग चलाया गया था। बाद में सरकार ने उन्हें सात फरवरी 2017 को आरोप मुक्त कर दिया था। उनपर चल रही विभागीय कार्रवाई बंद कर दी गई थी।मुख्य सचिव से उन्होंने कहा है कि पूजा सिंघल पर मनरेगा घोटाला का आरोप 2014 में पूर्ववर्ती सरकार बनने के पहले का है।

सरयू राय ने आगे कहा कि आठ नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी लागू हुई तो पहले का काला लेन-देन सफेद हो गया। 2017 में उन्हें उस समय की सरकार ने क्लीन चिट दे दिया। अब प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हीं आरोपों में उन्हें पकड़ा है।2018 में उन्होंने सरावगी नामक बिल्डर से पल्स अस्पताल का अर्द्धनिर्मित भवन खरीदा। उसे पूरा बनाया। 2020 में कोविड का वहां इलाज चलने लगा। अब प्रवर्तन निदेशालय उनसे पल्स में निवेश का हिसाब मांग रही है। निश्चित रूप से यह निवेश नोटबंदी लागू होने और 2020 के बीच का है। ऐसी स्थिति में पूजा सिंघल को क्लीन चिट देने का राज संबंधित संचिका में है। इस संचिका में दफन राज की जांच आपको अपने स्तर से करनी चाहिए।


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