Big Disclosure: अब हेमंत सोरेन की खुल रही पोल, पंकज मिश्रा के घर से मिला पासबुक व चेकबुक
Hemant Soren News अदालत में दाखिल चार्जशीट में ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खाते में लेन-देन के संबंध में कोई जानकारी अबतक नहीं दी है। हां 10 वर्षों में पंकज मिश्रा के बैंक खातों में 10 करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन के साक्ष्य जरूर मिले हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। ईडी ने रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर दाखिल अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) में इस बात का भी जिक्र किया है कि ईडी की आठ जुलाई की छापेमारी में पंकज मिश्रा के घर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का एक पासबुक व दो चेक बुक भी मिला था। ये कागजात एक सीलबंद लिफाफे में थे, जिसमें दो चेक हस्ताक्षर किए हुए और 31 ब्लैंक थे। मुख्यमंत्री का उक्त पासबुक बैंक आफ इंडिया की साहिबगंज स्थित गंगाप्रसाद शाखा से निर्गत है। मुख्यमंत्री के खाते में कितने रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ, इसका जिक्र ईडी ने अपनी चार्जशीट में नहीं किया है।
इन बैंकों में पंकज मिश्रा ने रखा थे लाखों रुपये
ईडी ने यह भी बताया है कि पंकज मिश्रा के चार बैंक खातों में पड़े 83.98 लाख रुपये को छानबीन के बाद फ्रीज करवाया गया है। जब अवैध खनन चरम पर था, तब इन बैंक खातों में अनगिनत रुपयों की लेन-देन की गई।चार्जशीट में ईडी ने बताया कि पंकज मिश्रा के एचडीएफसी बैंक खाते में 40 लाख 95 हजार 622 रुपये, इंडियन ओवरसीज बैंक में 33 लाख 38 हजार 727 रुपये व एसबीआइ के खाते में नौ लाख 64 हजार 554 रुपये मिले थे। उनके सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के खाते में कोई धन नहीं मिला।
दस साल के दौरान लेन-देन का हुआ खुलासा
ईडी ने आगे यह भी बताया है कि मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के दस बैंक खातों में पिछले दस वर्ष के भीतर किए गए लेन-देन की जानकारी ली तो पता चला कि इस दस साल के भीतर उन खातों में करीब दस करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन किए गए हैं। इनमें पंकज मिश्रा ने विभिन्न माध्यम से मिले 1.60 करोड़ रुपये नकदी व बैंकिंग चैनल से 8.65 करोड़ रुपये जमा करवाया था। ईडी को यह भी जानकारी मिली कि दो वित्तीय वर्ष 2021-22 व 2022-23 में पंकज मिश्रा के बैंक खातों में नकदी के अलावा अन्य बैंकिंग माध्यम से सर्वाधिक रुपये जमा हुए। पंकज मिश्रा का भगवान भगत, हथुआ कंस्ट्रक्शन, गणपति इंटरप्राइजेज, भगवान स्टोन वर्क्स, भगवान स्टोंस एंड मिनरल्स, जय मां अंबे ट्रेडर्स, शिव शक्ति साईं और बालाजी इंटरप्राइजेज के साथ नियमित रुपयों का बैंक के माध्यम से लेन-देन हुआ था।
बैंकिंग लेन-देन व आइटीआर में कोई मेल नहीं
पंकज मिश्रा की कमाई और उनके आइटीआर विवरण के बीच कोई मेल नहीं है। नकदी के स्रोत और बैंकिंग लेन-देन में कोई मेल नहीं है। इस तरह अपराध की यह आय खनन, लेवी की जबरन वसूली और स्टोन चिप्स के अवैध परिवहन से संबंधित अवैध गतिविधियों से प्राप्त की गई है।
अवैध खनन के माध्यम अवैध धन मिलने की पुष्टि
भगवान भगत ने ईडी की पूछताछ में यह खुलासा किया था कि पंकज मिश्रा को सभी अवैध खनन के माध्यम अवैध धन मिला। जब ईडी ने पंकज मिश्रा से एचडीएफसी खातों में किए गए उच्च जमा की व्याख्या करने के लिए कहा, तो उन्होंने दावा किया कि उन्होंने स्टोन चिप्स के व्यापार के माध्यम से कमाया, लेकिन उनके पास कोई दस्तावेज व सबूत नहीं मिले।