Jharkhand CID: जेल से निकले कुख्यातों पर पैनी नजर, हो सकते हैं जिला बदर
Jharkhand CID. सभी जिलों के एसएसपी-एसपी को कहा गया कि जमानत पर बाहर आने वाले आदतन अपराधी लोकसभा चुनाव के दौरान नुकसान न पहुंचाने पाएं इसपर नजर रखें।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand CID - दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित 'जेल से बाहर हो गए आधा दर्जन कुख्यात, गैंगवार की आशंका खबर के बाद अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) भी रेस है। अब सीआइडी के आइजी ने सभी जिलों के एसएसपी-एसपी को यह निर्देश दिया है कि जेल से छूटने वालों पर कड़ी निगरानी रखें। जमानत पर बाहर आने वाले आदतन अपराधी लोकसभा चुनाव के दौरान किसी तरह का नुकसान न पहुंचाने पाएं, इसपर नजर रखने की जरूरत है।
विशेष परिस्थिति में जरूरत पडऩे पर ऐसे अपराधियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई भी का जा सकती है। जमानत पर छूटने वाले या जेल में बंद अपराधियों के सहयोगियों की भी प्रोफाइल तैयार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि उनकी संदिग्ध गतिविधि मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके।
थापा व मिश्रा गिरोह के विरुद्ध सीसीए का प्रस्ताव
जेल से छूटने वाले कुख्यात संदीप प्रधान उर्फ संदीप थापा तथा बिट्टू मिश्रा के विरुद्ध गुंडा एक्ट में जिला बदर का प्रस्ताव दिया गया है। चुनाव के पूर्व ही एसएसपी अनीश गुप्ता ने सभी डीएसपी को यह निर्देश दिया था कि वैसे सभी अपराधियों व उनके सहयोगियों के विरुद्ध सीसीए का प्रस्ताव दें, ताकि उनके विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की जा सके।
रांची पुलिस की नजर पलामू के कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा पर भी है। सुजीत सिन्हा तो जेल में है, लेकिन उसके सहयोगियों पर पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है। जरूरत पडऩे पर उनके विरुद्ध भी सीसीए के तहत कार्रवाई होगी।