अब नहीं लटकेगी विभागों में फाइल, मुख्य सचिव करेंगे समन्वय-होगा निदान
मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने सरकारी महकमों को दो भागों में बांटकर उनमें आपसी समन्वय स्थापित करने का बीड़ा उठाया है। इससे कार्यों में तेजी आएगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी स्वयं विभागीय समन्वय नहीं के कारण होनेवाली शिकायतों को दूर करने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने इसके लिए मुख्यालय के प्रमुख विभागों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया है और इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दे दिए हैं। विभागों को दो समूहों में बांटा गया है और इनके साथ बैठक के लिए पहले से ही तिथि और समय निर्धारित कर दी गई है।
हर महीने एक निर्धारित तिथि और समय पर विभागों की बैठक होगी। बैठक के दौरान ही कई मसलों का निदान हो जाएगा। हाल के दिनों में कई ऐसे मामले आए थे जिसमें एक विभाग ने सूचना दी कि अमुक फाइल फलां विभाग में लंबित है। कई मामलों में मुख्यमंत्री जनसंवाद के दौरान भी ऐसी सूचनाएं आईं जिसका निदान निकाला गया। विभागीय समन्वय के लिए विभागों की सूची इस तरह से तैयार की गई है जिनका आपस में अधिक काम पड़ता है। एक समूह के साथ मुख्य सचिव हर महीने के पहले गुरुवार को बात करेंगे तो दूसरे समूह के साथ हर महीने के पहले शुक्रवार को बैठक होगी।
विभागों का समूह एक : स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, कल्याण विभाग, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग; खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, जल संसाधन विभाग, नगर विकास विभाग और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग।
विभागों का समूह दो : ऊर्जा विभाग, उद्योग विभाग, पथ निर्माण विभाग, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग, भवन निर्माण विभाग, उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग, राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, पर्यटन, कला-संस्कृति एवं युवा कार्य मामले विभाग, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग, वाणिज्य कर विभाग, परिवहन एवं नागर विमानन विभाग और उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग।