विनय कुमार चौबे के CM हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव बनने की अधिसूचना जल्द
कार्मिक विभाग ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के लिए सुनील वर्णवाल राहुल पुरवार और के. रविकुमार के नाम भेजे हैं। किसी एक नाम पर स्वीकृति प्रदान होते ही कार्मिक से पोस्टिंग की जाएगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। भारतीय भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विनय कुमार चौबे मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हो सकते हैं। उन्हें झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के काम से मुक्ति मिलते ही इस पद पर पदस्थापित किया जा सकता है। उन्हें बकायदा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव का पद दिए जाने की तैयारी है। इस बीच, निर्वाचन आयोग को तीन आइएएस अधिकारियों के नामों की अनुशंसा प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के लिए कार्मिक विभाग ने की है। इन अधिकारियों में सुनील कुमार वर्णवाल, राहुल पुरवार और के. रवि कुमार के नाम शामिल हैं। अब इन तीनों में से किसी एक के नाम को निर्वाचन आयोग की ओर से स्वीकृति मिल सकती है। कार्मिक सचिव ने हालांकि इन सूचनाओं की पुष्टि नहीं की है।
पूर्व सीएम रघुवर दास के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में सचिव और फिर प्रधान सचिव के तौर पर पांच साल तक काम कर चुके सुनील कुमार वर्णवाल का नाम पहले नंबर पर गया है। आमतौर पर पहले नंबर पर गए नाम को ही आयोग से स्वीकृति मिल जाती है। हालांकि, किसी तरह की आपत्ति होने की स्थिति में आयोग अन्य विकल्पों पर विचार कर सकता है। दूसरा नाम राहुल पुरवार का है, जो फिलहाल बिजली वितरण निगम में एमडी के पद पर हैं। ये भी यहां पर लंबे समय से कार्यरत हैं। के. रवि कुमार उद्योग सचिव हैं और लंबे समय से इसी विभाग में कार्यरत हैं। इसके पूर्व वे उद्योग विभाग में ही निदेशक थे।
वर्णवाल के नाम पर सहमति पर संशय
सुनील कुमार वर्णवाल के नाम की अनुशंसा भले ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के तौर पर कर दी गई हो, इसकी अनुमति मिलने पर कुछ संशय भी है। सूत्रों के अनुसार आयोग मुख्यमंत्री के साथ काम कर चुके अधिकारियों को इस पद से दूर रखता है, ताकि कोई विवाद नहीं हो। वर्णवाल पांच वर्षों तक रघुवर दास के साथ काम कर चुके हैं।
रघुवर दास के साथ काम कर चुके हैं।