डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसव के दौरान नवजात की मौत, परिजनों ने किया हंगामा Chatra News
Jharkhand Chatra News समय पर समुचित इलाज करने अथवा रेफर करने की गुहार लगाने के बाद भी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने परिजनों की एक नहीं सुनी।
चतरा, जासं। Jharkhand Chatra News सदर अस्पताल में एक बार फिर चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। महिला वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्सों की लापरवाही के कारण प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गई। इसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का गंभीर आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचने के बाद ना तो गर्भवती को अस्पताल प्रबंधन द्वारा समुचित इलाज उपलब्ध कराया गया और ना ही दवाइयां।
समय पर समुचित इलाज करने अथवा रेफर करने की गुहार लगाने के बाद भी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी। इससे समुचित इलाज के अभाव में नवजात की मौत हो गई। दरअसल वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के भुइयांडीह गांव निवासी नरेश तूरी अपनी गर्भवती बेटी का प्रसव कराने शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे सदर अस्पताल पहुंचे थे।
यहां पहुंचने के बाद महिला वार्ड में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक और नर्सों ने यह कहते हुए उनकी गर्भवती बेटी को एडमिट कर लिया कि 11:00 बजे तक प्रसव हो जाएगा। लेकिन जब 12:09 बजे तक दर्द से कराहती महिला का प्रसव नहीं हुआ, तो परिजनों ने चिकित्सक से मिलकर हालचाल जानना चाहा। लेकिन चिकित्सक व नर्सों ने उनकी एक नहीं सुनी। इसके बाद गर्भवती महिला का प्रसव दर्द लगातार बढ़ता चला गया। इसके बाद गर्भवती महिला के परिजनों ने चिकित्सकों से उसका समुचित इलाज करने या उसे दूसरे अस्पताल में रेफर करने की गुहार चिकित्सकों से की।
लेकिन जब तक चिकित्सक उनकी बातों को गंभीरता से लेते, तब तक नवजात की मौत हो चुकी थी और रात 8:09 बजे महिला ने मृत शिशु को जन्म दिया। परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर संजय सिद्धार्थ और नर्सों की लापरवाही के कारण नवजात की मौत हुई है। इधर सिविल सर्जन डा. अरुण कुमार पासवान का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।