Jharkhand Board Exam 2023: नवंबर में मैट्रिक-इंटर की पहले टर्म की परीक्षा... JAC झारखंड बोर्ड का बड़ा फैसला...
Jharkhand Board Exam 2023 जैक की मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2023 की पहले टर्म की परीक्षा नवंबर में होगी। इस बार बहुवैकल्पिक प्रश्नों के अलावा अति लघु उत्तरीय लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी पूछे जाएंगे। पहले एवं दूसरे टर्म के प्राप्तांकों के आधार पर रिजल्ट जारी होगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Board Exam 2023 झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा इस बार भी दो टर्म में होगी। हालांकि इस बार दोनों परीक्षाएं एक बार की बजाय अलग-अलग समय पर होगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, पहले टर्म की परीक्षा नवंबर माह में आयोजित की जाएगी जबकि दूसरे टर्म की परीक्षा अगले वर्ष मार्च माह में आयोजित होगी। दोनों टर्म की परीक्षाओं में इस बार बहुवैकल्पिक प्रश्नों के अलावा अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे।
दोनों टर्म की परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को बहु वैकल्पिक प्रश्नों के लिए ओएमआर शीट तथा शेष प्रश्नों के लिए उत्तर पुस्तिका उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों परीक्षाओं के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा पहले ही तैयार कर जैक को उपलब्ध करा दिया गया है। इसी के अनुरूप दोनों परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। दोनों परीक्षाओं के प्राप्तांकों को समाहित कर वार्षिक माध्यमिक (मैट्रिक) एवं इंटरमीडिएट परीक्षा-2023 का परिणाम जारी किया जाएगा।
झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह का त्रिपुरा तबादला
झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह अब त्रिपुरा हाई कोर्ट के जज होंगे। उत्तराखंड हाई कोर्ट के जस्टिस संजय कुमार मिश्रा का तबादला झारखंड हाई कोर्ट किया गया है। सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने दोनों के तबादले की सिफारिश कर दी है। अब इस पर केंद्र सरकार निर्णय लेगी। इसके बाद राष्ट्रपति भवन से तबादले की अधिसूचना जारी की जाएगी।
जस्टिस अपरेश कुमार सिंह 24 जनवरी 2012 को झारखंड हाई कोर्ट के एडिशनल जज बने थे। 16 जनवरी 2014 को वह स्थायी जज बने। अप्रैल 2021 को उन्हें झालसा का कार्यपालक अध्यक्ष बनाया गया हैं। जस्टिस संजय कुमार मिश्रा मूल रूप से उड़ीसा के रहने वाले हैं और न्यायिक सेवा के अधिकारी रह चुके है। वह कई जिलों के जिला जज भी रह चुके हैं। जस्टिस मिश्रा सात अक्टूबर 2009 को उड़ीसा हाई कोर्ट के जज नियुक्त हुए थे। बाद में वर्ष 2021 में उत्तराखंड हाई कोर्ट में उनका तबादला कर दिया गया।