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CM हेमंत के दिल्ली दौरों पर भाजपा का तंज, 22 दिनों में 5 बार दिल्‍ली दरबार में लगाई हाजिरी

Jharkhand. झारखंड भाजपा ने कहा है कि मलाईदार विभागों के लिए कांग्रेस ब्लैकमेलिंग कर रही है। पूरे राज्य में भय का माहौल है। विधि व्यवस्था तार-तार हो गई है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 08:09 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 08:09 PM (IST)
CM हेमंत के दिल्ली दौरों पर भाजपा का तंज, 22 दिनों में 5 बार दिल्‍ली दरबार में लगाई हाजिरी
CM हेमंत के दिल्ली दौरों पर भाजपा का तंज, 22 दिनों में 5 बार दिल्‍ली दरबार में लगाई हाजिरी

रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरों पर भाजपा ने तंज कसा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अपने 22 दिनों के शासनकाल में मुख्यमंत्री को अब तक पांच बार दिल्ली दरबार में हाजिरी लगानी पड़ी है। सीएम ने नौ दिन दिल्ली में बिताए हैं। जबकि, मुख्यमंत्री कहते थे कि यह झारखंड की सरकार है और रांची से चलेगी।

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प्रतुल ने कहा कि इस बार अवार्ड लेने के नाम पर मुख्यमंत्री जा रहे हैं। लेकिन, वह सिर्फ एक घंटे का कार्यक्रम है। उनका बाकी समय कांग्रेस के दिल्ली दरबार में ही बीतने वाला है। प्रतुल ने कहा कि भाजपा यह मानती है कि कांग्रेस ने तो अभी सिर्फ ट्रेलर दिखाया है, झामुमो के लिए पूरी पिक्चर पांच सालों तक चलेगी। वैसे भी दबाव की राजनीति कर मलाईदार विभागों पर कब्जा करना कांग्रेस के इतिहास में शुमार रहा है।

झारखंड में कांग्रेस इसी इतिहास को दोहरा रही है। प्रतुल ने कहा पूरे राज्य में भय का माहौल है। विधि व्यवस्था तार-तार हो गई है, लेकिन कांग्रेस की ब्लैकमेलिंग के चलते सरकार का पूरा फोकस दिल्ली पर शिफ्ट है। सिर्फ विभागों को तय करने के लिए मुख्यमंत्री को पांच बार दिल्ली तलब किया जा चुका है। पूरे कार्यकाल के दौरान उन्हें कितनी बार दरबार की हाजिरी लगानी होगी, इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।

अज्ञानतावश बोल रहे हैं भाजपा नेता : झामुमो

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरे पर तंज कसने वाली भाजपा को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने निशाने पर लिया है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टïचार्य ने कहा कि भाजपा के नेता अज्ञानतावश ऐसी बातें कर रहे हैं। यह सही है कि मुख्यमंत्री पांच दफा दिल्ली गए हैं, लेकिन उनका दौरा, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से मुलाकात और यूपीए के घटक दलों की बैठक को लेकर हुआ है। भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि जनता ने उन्हें नकार दिया है।

भाजपा ने अपने शासनकाल में अराजकता को बढ़ावा दिया। राज्य का खजाना खाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शासन संभालते ही इसपर श्वेतपत्र जारी करने की बात कही है। सरकार लगातार जनता की शिकायतों का समाधान कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता इस कदर है कि रोजाना सैकड़ों लोग अपनी फरियाद लेकर आ रहे हैैं और मुख्यमंत्री खुद उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। उनकी संवेदनशीलता के कारण उन्हें अवार्ड दिया जा रहा है, तो भाजपा को यह रास नहीं आ रहा है।


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