झारखंड विधानसभा चुनाव की हार से उबर नहीं पा रही भाजपा
Jharkhand. अब तक नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं किया जा सका है। संगठन के स्तर पर अब तक हार की समीक्षा नहीं हुई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा चुनाव में मिली हार से भाजपा उबर नहीं पा रही है। विधानसभा चुनाव बीते लंबा वक्त बीत चुका है, लेकिन भाजपा में संगठन के स्तर पर अब तक हार की समीक्षा तक नहीं हुई है। इतना ही नहीं, पार्टी ने विधायक दल के नेता तक का चुनाव नहीं किया है। झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में नेता प्रतिपक्ष की सीट तक खाली रही।
प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास दोनों ने ही चुनाव परिणाम आने के बाद कहा था कि जल्द ही पार्टी के स्तर पर बैठक कर हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। लेकिन, अब तक ऐसा नहीं हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने जरूर हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा दिया था, जो अब तक मंजूर नहीं हुआ है। जाहिर है अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव कहते हैं कि पार्टी में आंतरिक समीक्षा का दौर चलता ही रहता है।
प्रदेश के शीर्ष नेताओं ने चुनाव परिणामों के फीडबैक से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया है। उचित समय आने पर प्रदेश स्तर पर समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। नेता प्रतिपक्ष के चयन पर उन्होंने भी पूर्व के नेताओं की तरह खरमास का तर्क दिया, जो किसी को पच नहीं रहा है। फिलहाल, संगठन के स्तर पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन उसे लेकर भी पार्टी में कोई उत्साह नहीं दिखाई दे रहा है।