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Jharkhand News: धोखा व सौदेबाजी सोरेन परिवार का इतिहास... बाबूलाल मरांडी का हेमंत सोरेन पर बड़ा हमला... पढ़िए, पूर्व सीएम ने क्या कहा

Babulal Marandi vs Hemant Soren बाबूलाल मरांडी के तेवर और तल्ख हो गए हैं। हेमंत सोरेन पर उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाया है। द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के सवाल पर झामुमो की चुप्पी पर प्रश्न खड़ा किया है। उन्होंने सोरेन परिवार पर धोखा और सौदेबाजी का आरोप लगाया है।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2022 01:07 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2022 01:10 PM (IST)
Jharkhand News: धोखा व सौदेबाजी सोरेन परिवार का इतिहास... बाबूलाल मरांडी का हेमंत सोरेन पर बड़ा हमला... पढ़िए, पूर्व सीएम ने क्या कहा
Jharkhand News: धोखा व सौदेबाजी सोरेन परिवार का इतिहास... बाबूलाल मरांडी का हेमंत सोरेन पर बड़ा हमला

रांची, डिजिटल डेस्क। भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर बड़ा हमला बोला है। बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन के परिवार पर गंभीर आराेप लगाया है। कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का परिवार आदिवासी और संताल अस्मिता के साथ धोखा देने और व्यक्तिगत हित के लिए सौदेबाजी करने के लिए मशहूर रहा है। सोरेन परिवार का यह इतिहास रहा है। पूर्व में भी हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पीए संगमा को वोट नहीं देकर उस समय तत्कालीन केंद्र सरकार का साथ दिया था। बाबूलाल मरांडी ने यह टवीट द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के सवाल पर किया है।

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द्रौपदी मुर्मू के समर्थन पर झामुमो की चुप्पी पर उठाया सवाल

मालूम हो कि द्रौपदी मुर्मू एनडीए की ओर से इस बार राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी हैं। उन्होंने हेमंत सोरेन को फोन कर झामुमो सांसदों और विधायकों से समर्थन देने की मांग की है। लेकिन अभी तक झामुमो की ओर से कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। झामुमो ने अभी तक तय नहीं किया है कि वह किसे वोट देगा। भाजपा ने पहली बार आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की ओर से प्रत्याशी बनाया है। वहीं विपक्षी दलों की ओर से यशवंत सिन्हा प्रत्याशी बनाए गए हैं। दोनों का संबंध झारखंड की राजनीति से रहा है। द्रौपदी मुर्मू जहां झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं, वहीं यशवंत सिन्हा हजारीबाग से भाजपा के सांसद रह चुके हैं। भाजपा से रिश्ते खराब होने के बाद वह तृणमूल कांग्रेस में चले गए थे। तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया था। अब विपक्षी दलों की ओर से वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए हैं।

कहा- पीए संगमा का भी झामुमो ने नहीं किया था समर्थन

बाबूलाल मरांडी का आरोप है कि हेमंत सोरेन परिवार पूर्व में आदिवासी समाज से आने वाले पीए संगमा का विरोध कर चुका है, ऐसे में इस बार भी उसका रुख साफ नहीं करना यह दर्शाता है कि वह द्रौपदी मुर्मू जैसी आदिवासी महिला के साथ जाएगा या नहीं। बाबूलाल मरांडी लगातार हेमंत सोरेन को घेरते आ रहे हैं। वह समय समय पर टवीट कर मुख्यमंत्री की आलोचना करते रहते हैं। इस बार उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर यह टवीट किया है। बाबूलाल मरांडी ने यह भी कहा है कि सोरेन परिवार हमेशा सिर्फ सौदेबाजी करता है। इनको झारखंड और देश के आदिवासियों से कोई सरोकार नहीं हैं।

पढ़िए, बाबूलाल मरांडी का टवीट

साहिबगंज डीसी पर बाबूलाल मरांडी ने फिर लगाया आरोप

उधर, एक अन्य टवीट में बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, चौतरफा संकट का बादल घिरता देख कुछ नौकरशाह अब आपको गंभीरता से नहीं लेकर फिर से लूट-खसोट कर रहे हैं। कुख्यात, बदनाम साहिबगंज जिले में प्रशासन, पुलिस, दलालों, गुंडों का गठजोड़ कम समय में ज्यादा से ज्यादा लूट लेने की गरज से पुराने ढर्रे पर काम करने लगा है। साहिबगंज गंगा नदी में जहाज-ट्रक डूबो कर मौत का खेल खेलने वाले सौदागर फिर से शासन की साठगांठ से वही काम कर रहे हैं। एक चालान पर एक ही ट्रक पर तीन बार ओवरलोडेड पत्थर पार कराना, दो की अनुमति की जगह गैर कानूनी तरीके से पांच जहाज समदा घाट के बदले गरम घाट से चलाया जा रहा है।

सीएम पर लगाया डीसी को संरक्षण देने का गंभीर आरोप

बाबूलाल मरांडी ने लिखा है- मैंने आपसे कहा था कि साहिबगंज में खनन लूट से लेकर अवैध जहाजों के परिचालन तक के जानलेवा खेल में वहां के उपायुक्त की सीधी संलिप्तता है, जिन्होंने जहाज डूबने के बाद सीधे झूठ बोलकर माफियाओं को बचाने का प्रयास किया। लेकिन जब आप ही ऐसे लोगों को संरक्षण देंगे तो अंजाम क्या होगा?

पढ़िए, बाबूलाल मरांडी का टवीट


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