स्वच्छता में पिछड़ रहे गांव, लक्ष्य काफी दूर
रांची : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान और मिशन में देशभर में झारखंड अव्वल प्रदर्शन कर र
रांची : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान और मिशन में देशभर में झारखंड अव्वल प्रदर्शन कर रहा है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी स्थिति कुछ संतोषजनक नहीं है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस वित्तीय वर्ष झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 13,39,644 व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके सापेक्ष अक्टूबर तक महज 4,83,806 शौचालयों का निर्माण किया गया है। अब तक कुल 1200 ग्राम पंचायत ओडीएफ हो सकीं है, इनमें महज 603 को सत्यापित किया जा सका है। राज्य के तीन जिले और 60 प्रखंड ओडीएफ हो चुके हैं।
इस वित्तीय वर्ष पलामू, हजारीबाग और गढ़वा की प्रगति संतोषजनक पाई गई है जबकि पाकुड़, रांची, जामताड़ा एवं दुमका जिले की प्रगति को निराशाजनक पाया गया है। राज्य के प्रमुख जिलों को 2 अक्टूबर 2019 तक ओडीएफ घोषित करने का लक्ष्य तय किया गया है लेकिन प्रगति बताती है कि काम की गति यही रही तो लक्ष्य 2022 तक भी पूरा नहीं होगा। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने पिछले दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग में व्यक्तिगत शौचालय की प्रगति पर असंतोष जताते हुए दिसंबर माह में विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया था। उन्होंने निर्देश दिया था कि सभी जिलों में योजनावार मैन-मैटेरियल की मैपिंग कर लक्ष्य प्राप्ति की कार्रवाई की जाए। बता दें कि स्वच्छता अभियान में झारखंड की प्रगति राष्ट्रीय स्तर पर औसत है और यह 15वें स्थान पर है लेकिन राष्ट्रीय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा तय समय की अवधि को देखें तो प्रगति संतोषजनक नहीं है।
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