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Crime News: पुलवामा में तैनात CRPF जवान निकला हथियारों का सौदागर, ATS ने जाल बिछाकर दबोचा

Crime News जम्‍मू कश्‍मीर के बेहद संवेदनशील इलाके पुलवामा में तैनात सीआरपीएफ जवान को हथियारों की तस्करी करते हुए झारखंड एटीएस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वह नक्सलियों से लेकर गैंगस्टर तक को हथियार व कारतूस की सप्लाई करता था। इंसास के 450 कारतूस बरामद किए गए हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 12:03 AM (IST)
Crime News: पुलवामा में तैनात CRPF जवान निकला हथियारों का सौदागर, ATS ने जाल बिछाकर दबोचा
Crime News: जम्‍मू कश्‍मीर के पुलवामा में तैनात सीआरपीएफ जवान को हथियारों की तस्करी करते हुए एटीएस ने गिरफ्तार किया।

रांची, राज्य ब्यूरो। Crime News जम्मू कश्मीर के पुलवामा स्थित सीआरपीएफ के 182 बटालियन में तैनात जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा हथियारों की तस्करी करता था। उसके उसके दो अन्य साथियों के साथ झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) के हाथों गिरफ्तार कर लिया है। वह मूल रूप से बिहार के गया जिले के इमामगंज स्थित परसिया गांव का रहने वाला है और वर्तमान में इमामगंज थाना क्षेत्र के रानीगंज का निवासी था तथा पुलवामा में तैनात था और चार महीने से कार्य में अनुपस्थित था। उसके साथ उसके दो सहयोगी बिहार के पटना जिले के सलीमपुर थाना क्षेत्र के बेनिपुर गांव का निवासी ऋषि कुमार व बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के सिमरी गांव का निवासी पंकज कुमार सिंह की भी गिरफ्तारी हुई है। तीनों ही आरोपितों के पास से अब तक 5.56 एमएम के 450 कारतूस बरामद किए गए हैं। यह कारतूस इंसास राइफल में प्रयोग किया जाता है।

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झारखंड एटीएस के एसपी प्रशांत आनंद ने मंगलवार की शाम प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि तीनों ही आरोपितों की गिरफ्तारी बिहार एटीएस के सहयोग से की गई है। अब तक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि ये अपराधी अब तक भाकपा माओवादियों के संगठन को एके-47 व इंसास राइफल के कारतूस की सप्लाई कर चुके हैं। इनके माध्यम से विभिन्न अपराधिक गिरोह जैसे सुजीत सिन्हा, अमन साहू, अमन साव, अमन श्रीवास्तव गिरोह तक को हथियार व कारतूस की सप्लाई की जा चुकी है।

एसपी के अनुसार इस गिरोह ने अब तक 1000 से ज्यादा कारतूस की सप्लाई किया है। इस पूरे प्रकरण में झारखंड पुलिस के एटीएस थाने में 14 नवंबर को हथियार अधिनियम, नक्सल व यूएपीए अधिनियम में प्राथमिकी दर्ज की गई है। झारखंड एटीएस की टीम गिरफ्तार आरोपितों से बरामद कारतूस का सेना-सीआरपीएफ कनेक्शन खंगाल रही है। अविनाश व ऋषि की गिरफ्तारी बिहार के गया इलाके से तथा पंकज की गिरफ्तारी रांची से हुई है। बिहार एटीएस ने भी हथियार की बरामदगी के मामले में अपने यहां आरोपितों पर प्राथमिकी दर्ज की है। इस गिरोह के खुलासे में एटीएस के दारोगा विशाल पांडेय व विश्वजीत कुमार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।

24 अगस्त 2011 को सीआरपीएफ में बहाल हुआ था अविनाश

- गिरफ्तार आरोपित अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू 24 अगस्त 2011 को मोकामा ग्रुप सेंटर में सीआरपीएफ में बहाल हुआ था। पूर्व में वह सीआरपीएफ के 112 बटालियन लातेहार व 204 बटालियन कोबरा के जगदलपुर में पदस्थापित रहा है। वह वर्ष 2017 से 182 बटालियन पुलवामा में पदस्थापित है तथा गत चार महीने से अपने कार्य में अनुपस्थित रहा है। झारखंड एटीएस सीआरपीएफ से भी जानकारी जुटा रही है कि अविनाश पर कोई आरोप पहले से है या नहीं और चार महीने तक गायब रहने की स्थिति में सीआरपीएफ की ओर से उसपर कोई कार्रवाई भी हुई है क्या। गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू पहले से ही अपराधी अमन साव, हरेंद्र यादव व लल्लू खान के संपर्क में था। अमन साव रांची में, बिहार के गया स्थित गुरवा का रहने वाला हरेंद्र यादव शेरघाटी जेल तथा चतरा के प्रतापपुर का रहने वाला लल्लू खान गया जेल में बंद हैं।

ट्रांसपोर्टेशन व भवन निर्माण के कार्य से जुड़ा था गिरफ्तार आरोपित ऋषि कुमार

- गिरफ्तार आरोपित ऋषि कुमार रांची के हटिया में ट्रांसपोर्टेशन व एयरपोर्ट रोड रांची में भवन निर्माण का काम करता था। इस दौरान वह ठेकेदार संजय सिंह व मुहाहिर के संपर्क में आया। ये ठेकेदार चाईबासा-सरायकेला क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे। उक्त ठेकेदारों को माओवादियों ने गोली उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी थी। एटीएस की छानबीन में पता चला है कि उक्त ठेकेदारों से बैंक खाते में तथा नकद राशि प्राप्त कर कई खेप में गोली उपलब्ध कराया गया है। एटीएस की टीम इन ठेकेदारों से भी पूछताछ कर रही है।

धनबाद में कोयला व जमीन का धंधा कर चुका है गिरफ्तार आरोपित पंकज कुमार सिंह

- गिरफ्तार आरोपित पंकज कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के सिमरी का रहने वाला है। वह वर्तमान में धनबाद के भूली में रहकर जमीन व कोयले का धंधा कर रहा था। यह भी ठेकेदार संजय सिंह के संपर्क में था। इसके यह अलावा बिहार-झारखंड, असम व नागालैंड के हथियार व कारतूस के कारोबारियों के भी संपर्क था। दूसरे राज्यों के हथियार व कारतूस सप्लायरों के माध्यम से पंकज कुमार सिंह ने ऋषि व अन्य व्यक्तियों को भी हथियार व कारतूस उपलब्ध करा चुका है।

हथियार सप्लाई के अंतरराज्यीय गिरोह की छानबीन के लिए एसआइटी गठित

- एटीएस के एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि हथियार सप्लाई के अंतरराज्यीय गिरोह के खिलाफ छानबीन के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। एसआइटी में डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम व डीएसपी भोला प्रसाद सिंह शामिल हैं। ये दोनों अधिकारी गिरफ्तार तीनों आरोपितों से मिले इनपुट के आधार पर आगे की छानबीन कर रहे हैं।


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