शिक्षक हैं ही नहीं, सिर्फ डिग्री बांट रही सरकार
रांची : राज्य के शैक्षणिक माहौल पर शनिवार को विधानसभा में सदस्यों ने शिक्षा मंत्री नीरा यादव पर सव
रांची : राज्य के शैक्षणिक माहौल पर शनिवार को विधानसभा में सदस्यों ने शिक्षा मंत्री नीरा यादव पर सवालों की बौछार कर दी। भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी ने सवाल उठाया कि पलामू के कालेजों में विद्यार्थियों की क्षमता के मुकाबले शिक्षकों की संख्या काफी कम है। मंत्री नीरा यादव ने इससे इन्कार करते हुए कहा कि वे खुद विश्वविद्यालयों का भ्रमण कर वस्तुस्थिति का जायजा ले रही हैं। पलामू के दो कालेजों को दो-दो करोड़ रुपए आधारभूत संरचना विकास के लिए दिए गए हैं। फिलहाल नैक की ग्रेडिंग चल रही है। इसी के मानक के अनुरूप पूरी प्रक्रिया चल रही है।
विधायक ने आरोप लगाया कि सिर्फ डिग्री बांटने का खेल चल रहा है। बच्चों से फीस उगाही की जा रही है। जब विषय के शिक्षक ही नहीं हैं तो छात्राओं को उक्त विषयों में डिग्री कैसे मिल रही है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सारे उपाय किए जा रहे हैं।
उधर, दीपक बिरूआ के एक सवाल के उत्तर में मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए विचार करने का भरोसा दिलाया। बिरूआ का सवाल अनुकंपा के आधार पर बहाल अप्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्ति की तिथि से ग्रेड-एक का लाभ नहीं मिलने को लेकर था। मंत्री नीरा यादव ने कहा कि अप्रशिक्षित शिक्षकों को लाभ नहीं दिया जा सकता। स्पीकर ने भी हस्तक्षेप करते हुए कहा कि योग्यता का निर्धारण कैसे किया जाता है? नियुक्ति के 12 साल बाद भी अनुकंपा पर बहाल किए गए शिक्षकों को प्रशिक्षण क्यों नहीं दिया गया? बिरूआ ने न्यायालय के आदेश का हवाला दिया तो मुख्यमंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया।
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