जैक का कमाल: अपने ही स्कूल के छात्रों की कापियां जांच रहे गुरुजी
अब शिक्षक अपने ही स्कूल में अपने ही छात्रों की बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं में अंक देंगे। अब ऐसे में सभी छात्रों के साथ कितना न्याय हो पाएगा यह जैक ही जाने।
प्रणय कुमार सिंह, रांची। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की परीक्षा व मूल्यांकन में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जैक की कार्यशैली पर सवाल उठाता यह मामला 12वीं की वोकेशनल की उत्तर पुस्तिकाओं के मुल्यांकन से जुड़ा है। शिक्षक अपने ही स्कूल के छात्रों की बोर्ड की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन नहीं करते हैं। लेकिन वोकेशनल में ऐसा ही हो रहा है। यानी जिन्हें वे पढ़ाए थे उसे ही अंक दे रहे हैं। ऐसे में मार्किंग पर सवाल उठ सकता है। लापरवाही की हद तो यह हो गई कि पहले वोकेशनल की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जैक कार्यालय में मूल्यांकन केंद्र बनाकर किया जाता था। लेकिन इस बार मूल्यांकन केंद्र बालकृष्णा प्लस टू विद्यालय में बनाया गया है। अब यहीं के शिक्षक अपने ही स्कूल में अपने ही छात्रों की बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं में अंक देंगे। अब ऐसे में सभी छात्रों के साथ कितना न्याय हो पाएगा यह जैक ही जाने।
लगाए गए हैं 53 परीक्षक
12वीं बोर्ड की वोकेशनल की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 11 जून से शुरू हो गया है। इसके लिए राज्य में केवल एक मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है जहां 1024 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है। इसके लिए 53 परीक्षकों की नियुक्ति की गई है। झारखंड में विभिन्न प्लस टू स्कूलों में वोकेशनल के 23 ट्रेडों की पढ़ाई होती है। मूल्यांकन केंद्र पर आइएफएस, एमएचडब्ल्यू, पॉल्ट्री, बीएएन, एएफएम, एमएलटी, ईएलटी, एससीआर, टीएनडी, बीएमडब्ल्यू एंड बीकेए जैसे कुछ अन्य ट्रेड हैं जिनमें एक-एक परीक्षक हैं। इसके अलावा बायोलॉजी, केमिस्ट्री, इकोनोमिक्स, होम साइंस, हिस्ट्री फिजिक्स सहित कुछ अन्य विषयों में भी एक-एक परीक्षक ही हैं।
पॉल्ट्री में राज्य में केवल एक शिक्षक
पॉल्ट्री ऐसा ट्रेड है जिसमें पूरे झारखंड में केवल एक अनुदेशक अरविंद कुमार बालकृष्णा प्लस टू विद्यालय में है। ये अपने ही स्कूल में अपने ही छात्रों को अंक देंगे। इसके अलावा बीएमडी एंड बीकेए की कॉपियां बीआइटी मेसरा प्लस टू विद्यालय के शिक्षक विपिन तिवारी जाचेंगे। बायोलॉजी की कॉपी जिला स्कूल की शिक्षिका संगीता एक्का जांचेंगी।