आकांक्षा में प्रवेश के लिए जैक लेगी परीक्षा
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है आकाक्षा-40, अब यह परीक्षा झारखंड एकाडमिक काउंसिल गठित करेगी।
जागरण संवाददाता, रांची : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आकाक्षा-40 की परीक्षा अब झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) लेगी। इससे पहले यह इस परीक्षा का आयोजन जिला स्तर पर होता था जिसके नोडल पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी होते थे। प्रवेश परीक्षा आयोजन को ले स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। तैयार प्रस्ताव को विभाग से मंजूरी मिलते ही इसे जैक को भेज दिया जाएगा। जैक राज्य व जिला दोनों स्तर पर संचालित आकांक्षा की प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। इस प्रवेश परीक्षा में सरकारी स्कूलों में कक्षा 11वीं में अध्यनरत छात्र-छात्राएं भाग लेंगे। परीक्षा के बाद जैक मेधा सूची जारी करेगा, जिसके आधार पर नामांकन होगा।
मेडिकल-इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी :
आकांक्षा का मुख्य उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कमजोर वर्ग के मेधावी बच्चे मेडिकल और इंजीनिय¨रग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी सरकारी खर्च पर कराकर उसमें दाखिला दिलाना है। बिहार के सुपर-30 की तर्ज पर झारखंड सरकार ने रांची जिले में सुपर-40 की शुरुआत की है। मैट्रिक-इंटर की परीक्षा के बाद जांच परीक्षा लेकर पूरे राज्य से बच्चों का चयन किया जाएगा। प्रवेश में चयनित विद्यार्थियों को भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय में विशेष कोचिंग कराई जाती है, ताकि वे मेडिकल व इंजीनिय¨रग कॉलेज में दाखिला योग्य बन सकें। इसमें मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए पीसीबी ग्रप से 40 और पीसीएम ग्रुप से 40 विद्यार्थियों का नामंाकन होता है। कोचिंग दो स्तरों पर संचालित होता है। पहला जिला और दूसरा राज्य स्तर पर।
रांची में चलता है राज्यस्तरीय विशेष कोचिंग :
राज्य स्तर पर आयोजित आकाक्षा की कक्षाएं बरियातू स्थित राजकीय बालक प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में स्थित बीएड कॉलेज परिसर में संचालित हो रहा है। यहा पर मेडिकल और इंजीनियरिंग दोनों के विद्यार्थी कोचिंग करते हैं। छात्रों के रहने का सुविधा उसी भवन में है, जबकि छात्राओं के लिए राजकीय बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय के छात्रावास में है। उनके रहने खाने आदि की सुविधाएं सरकार की ओर से पूरी तरह नि:शुल्क है। यहां तक की चयनित बच्चों को पोशाक, कैप, वाटर बोतल, आइ कार्ड, स्टूमेंट बॉक्स, पेन, पेंसिल, रबर, नोट बुक, सिलेबस के बुक आदि से भरे किट भी प्रदान किया जाता है। हालाकि सभी सुविधाएं के बाद भी यहां से अभी तक एक भी विद्यार्थी का चयन आइआइटी या बड़े मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए नहीं हुआ है। यहां तक कि आकांक्षा के लिए चयनित कुछ छात्र इंटर की परीक्षा में ही फेल कर जाते हैं। तकनीकी कारणों से विभाग ने इस परीक्षा का आयोजन जैक से कराने का निर्णय लिया है।