झालसा ने की मानवता, कर्तव्य और श्रमेव वंदते योजना की शुरुआत
राची कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद के लिए झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) ने तीन योजनाओं की शुरुआत की। मुख्य न्यायाधीश रवि रंजन से शुभारंभ किया।
राची : कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद के लिए झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) ने रविवार को तीन योजनाओं की शुरुआत की। मानवता, कर्तव्य और श्रमेव वंदते के नाम से शुरू की गई यह योजना महामारी के इस दौर में संकट का सामना कर रहे लोगों के लिए वरदान साबित होगी। योजनाओं की ऑनलाइन शुरुआत करते हुए झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन ने कहा कि कोरोना से आज पूरा विश्व परेशान हैं। हम सभी को इससे मिलकर लड़ना है। सरकार अकेली कुछ नहीं कर सकती हैं। हर व्यक्ति को अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। झालसा भी इस कार्य में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है। झालसा कोरोना से प्रभावित लोगों को न सिर्फ सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाएगा, बल्कि इस महामारी से बचाव को लेकर उन्हें जागरूक भी करेगा। मौके पर झालसा की ओर से एक गीत भी जारी किया गया।
झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस हरीशचंद्र मिश्रा ने कहा कि यह कठिन समय है। हम सभी को मिलकर लोगों की सहायता करनी है। झालसा पूर्व में भी ऐसी कठिन घड़ी में आगे बढ़कर लोगों की सहायता करता रहा है। आने वाले समय में भी पूरे दमखम से वह इस समस्या से निपटने में लगा रहेगा। झालसा अब तक 19 लाख से अधिक लोगों को विभिन्न प्रकार से सहायता कर चुका है। इस तरह की योजना का शुभारंभ करने वाला झालसा देश का पहला विधिक सेवा प्राधिकार है। कार्यक्रम की शुरुआत झालसा के सदस्य सचिव एके राय ने की, जबकि हाई कोर्ट विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संतोष कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस दौरान हाई कोर्ट के सभी जज ऑनलाइन जुड़े थे।
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प्रवासी श्रमिकों को समर्पित है 'श्रमेव वंदते'
श्रमेव वंदते योजना के तहत प्रवासी श्रमिकों के लिए हर जिले में एक लॉग बुक मेंटेन किया जाएगा। जिले में आने के साथ ही सबसे पहले उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। सेंटर पर उन्हें भोजन, दवा, कपड़ा आदि मुहैया कराया जाएगा। साथ ही साफ-सफाई का ख्याल रखे जाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके बाद मनरेगा, बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलाबर-पिताबर जल समृद्धि योजना, पीएम ग्रामीण आवास योजना और स्वयं सहायता समूहों आदि से जोड़कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।
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एकल महिला, विधवाओं व बुजुर्गों के लिए 'मानवता'
महामारी के इस दौर में अनाथ बच्चे, अकेली महिलाएं, विधवाएं और बुजुर्गो के समक्ष गंभीर चुनौती उत्पन्न हो गई है। उनका ख्याल रखने के निमित्त 'मानवता' की शुरुआत की गई है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार ऐसे लोगों की पहचान कर व उन तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाकर मानवता का परिचय देगा।
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जेल में रह रहे कैदियों के परिजनों के लिए 'कर्तव्य'
झालसा की तीसरी योजना 'कर्तव्य' जेल में रहने वाले कैदियों और उनके परिजनों का सुध लेगी। झालसा स्कीम 2020 के तहत शुरू की गई इन योजनाओं का फोकस कोरोना से बचाव, साफ-सफाई, मास्क व सैनिटाइजर की उपलब्धता, शारीरिक दूरी का अनुपालन, जरूरतमंद को खाद्यान, दवा समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराने पर है।
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