JAC, Jharkhand: गलती करेगा जैक और विद्यार्थियों को भरना होगा जुर्माना, जानें क्या है पूरा मामला
JAC Jharkhand Board प्रमाण पत्रों में अधिकतर गलतियां जैक द्वारा की जाती है! इसमें नाम जन्म तिथि से लेकर माता-पिता के नाम तक गलत अंकित कर दिए जाते हैं। जैक अध्यक्ष महीप कुमार सिंह ने कहा कि अगले सत्र से प्रमाण पत्रों के संशोधन पर राशि ली जाएगी।
रांची, जासं। JAC Jharkhand Board झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) अगले सत्र से किसी भी प्रमाण पत्र में सुधार के लिए शुल्क लेने की तैयारी में है। इस दफा अंकपत्र में मौजूद त्रुटि के सुधार के लिए विद्यार्थियों को किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ा है। परेशानी अब यह है कि जैक द्वारा की गई गलती के सुधार के लिए विद्यार्थी को ही शुल्क भरना होगा। वहीं विद्यार्थियों का कहना है कि प्रमाण पत्रों में अधिकतर गलतियां जैक द्वारा की जाती है। इसमें नाम, जन्म तिथि से लेकर माता-पिता के नाम तक गलत अंकित कर दिए जाते हैं।
ऐसे में जैक की गलतियों का असर छात्रों पर पड़ेगा और छात्रों से संशोधन के नाम पर पैसा लिया जाएगा। जैक सचिव महीप कुमार सिंह का कहना है कि अगले सत्र से प्रमाण पत्रों के संशोधन पर राशि ली जाएगी। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस बार छात्रों से प्रमाण पत्रों में संशोधन के लिए कोई राशि नहीं ली गई थी। हालांकि अगली बार शुल्क के रूप में कितनी राशि ली जाएगी, इसकी कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई है। इसके लिए पहले ली जाने वाली अन्य राशियों का अवलोकन किया जा रहा है।
पूरी व्यवस्था ऑनलाइन होने से राशि ली जाएगी। रजिस्ट्रेशन से लेकर परीक्षा तक का आवेदन ऑनलाइन भरा जा रहा है। इस कारण आवेदन में गलतियां ना हो, इसके लिए छात्रों को ही जिम्मेवार ठहराया गया है। छात्रों को सावधानी पूर्वक अपनी सारी जानकारी देने के लिए कहा गया है ताकि अगली बार से संशोधन का बोझ अधिक नहीं आए। अंकपत्र में त्रुटि सुधार के लिए जैक कार्यायल में हर बार सैकड़ों आवेदन आते हैं। इस बार कोविड-19 की वजह से संशोधन के लिए देर से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। समय सीमा समाप्त होने के बाद विलंब शुल्क के रूप में 400 रुपये लिए जाएंगे।