इत्र की खुशबू से महकी फिजा
शहर में इत्र की खुशबू से फिजा गमक उठी है। हर जगह देसी- विदेशी खुशबू संजोए ये खुशबूदार इत्र मार्केट में अपना जादू बिखेर रहे हैं। इनकी खुशबू काफी बेहतर और ज्यादा देर तक टिकने वाली है। रमजान की शुरुआत के साथ ही इत्र का इस्तेमाल आम दिनों के मुकाबले बहुत बढ़ गया।
जागरण संवाददाता, राची : शहर में इत्र की खुशबू से फिजा गमक उठी है। हर जगह देसी- विदेशी खुशबू संजोए ये खुशबूदार इत्र मार्केट में अपना जादू बिखेर रहे हैं। इनकी खुशबू काफी बेहतर और ज्यादा देर तक टिकने वाली है। रमजान की शुरुआत के साथ ही इत्र का इस्तेमाल आम दिनों के मुकाबले बहुत बढ़ गया।
जन्नतुल फिरदौस की डिमाड
परफ्यूम शॉप के संचालक सलीम अख्तर ने बताया कि शहर में विदेशी इत्र बहुत कम मिलते हैं। इसकी वजह से इनकी डिमाड भी काफी रहती है। बाहरी इत्र में सबसे ज्यादा डिमाड जन्नतुल फिरदौस इत्र की है, जिसकी खुशबू तो देर तक रहती है, वहीं इसकी क्वालिटी भी आम इत्र के मुकाबले बेहतर होती है। लोकल लेवल पर बनने वाले इत्र में सबसे ज्यादा डिमाड मजमुआ, गुलाब और मैग्नेट की है। इसके अलावा कई और इंडियन मेड इत्र मार्केट में मौजूद हैं।
खुशबू से तय होती है कीमत
इत्र की खुशबू और इसकी क्वालिटी ही इसकी कीमत तय करती है। जितनी अच्छी और देर तक रहने वाली खुशबू होगी, उसकी कीमत उतनी ही ज्यादा होगी। बाहर से आने वाले इत्र भी महंगे बिकते हैं। एक्सपोर्ट क्वालिटी की होने की वजह से इनकी खुशबू आम इत्र के मुकाबले काफी स्टेबल होती है। यही वजह है कि ज्यादा देर तक खुशबू देने वाले इत्र की सेल बाकी के मुकाबले बहुत ज्यादा है।
ईद की खरीदारी में इत्र की छोटी सी बोतल की बड़ी अहमियत होती है। राची के मेन रोड, डोरंडा, कर्बला चौक और अन्य इलाकों में इन दिनों इत्र की कई दुकानें आपको मिल जाएंगी। हर पॉकेट के अनुसार इत्र मिलेंगे। आम तौर पर 35 से 250 रुपये तक में इत्र मिल रहे हैं। जन्नतुल फिरदौस, ईद स्पेशल, मिस्त्री शमामा, अशर, मजमुआ, बेला, कच्ची कली, व्हाइट उद, फसली गुलाब, ट्री रोस, मैगनेट, हयाती, चंपा आदि के इत्र खास पसंद किए जा रहे हैं। इत्र की कीमत
मजमुआ 250
फि रदौसी- 300
गुलाब - 150
मुश्क - 250
मुश्क अंबर - 200
मैगनेट - 75