रिम्स का आइसोलेशन वार्ड फुल, 12 डेंगू मरीजों का जमीन पर चल रहा इलाज
रांची रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में क्षमता से ज्यादा डेंगू के मरीजों भर्ती हैं। 12 डेंगू मरीजों का जमीन पर इलाज चल रहा है।
जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में क्षमता से ज्यादा डेंगू के मरीजों भर्ती हो चुके हैं। वार्ड में सिर्फ 36 बेड हैं। जबकि वार्ड में 48 डेंगू मरीज भर्ती हैं। सोमवार को वार्ड में डेंगू के और चार मरीज भर्ती किए गए। एक मरीज गया जिला निवासी धर्मेद्र शर्मा, ओड़िसा से शुभम अग्रवाल, जमुई से अंकित कुमार और रांची के हिदपीढ़ी से नेहा अली शामिल है। इनमें से दो मरीजों को डॉ. विद्यापति और डॉ. मित्रा के वार्ड से ट्रांसफर किया गया है।
वार्ड में इतने मरीज हो चुके है कि वे जमीन पर इलाज कराने को मजबूर हैं। जमीन पर मच्छरदानी तक सही से नहीं लगाया जा सकता। सिस्टर रामरेखा ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़ने से वार्ड में काफी परेशानी हो रही है। सभी बेड फूल होने के बाद भी मरीज कम होने का नाम नहीं ले रहे है।
मलेरिया के 10 मरीज भी हैं भर्ती : आइसोलेशन वार्ड में डेंगू के मरीजों के अलावा मलेरिया के भी 10 मरीज भर्ती हैं। मलेरिया के सभी मरीज रातू के टेंडरग्राम स्थित जगुआर कैंप के जवान हैं। जगुआर के डिप्टी कमांडेंट भी भर्ती हैं। इनकी स्थिति में सुधार हो रहा है। एक-दो दिन रखने के बाद कुछ मरीजों को छुट्टी दे दी जाएगी।
दिल में छेद की हुई सर्जरी : रिम्स के सीटीवीएस विभाग के डॉक्टरों की टीम ने सोमवार को मोरहाबादी निवासी 24 वर्षीय मरियम कुमारी की ओपन हार्ट सर्जरी की। युवती के दिल में छेद था, जिस कारण उसे सास फूलने की समस्या थी। आयुष्मान योजना के लाभुक होने के नाते बीते एक साल से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए इंतजार कर रहे थे। सोमवार को मरीज की सर्जरी कार्डियक सर्जन डॉ. राकेश चौधरी व एचओडी डॉ. अंशुल, डॉ. मिनी सिन्हा, एनेस्थिसिस्ट डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. निशांत कुमार, परफ्यूजनिस्ट अमित समेत अन्य सहयोगियों द्वारा किया गया। मरियम को मिलाकर विभाग में अबतक 13 मरीजों की सर्जरी हो चुकी है।