रिम्स निदेशक पद के लिए 18 चिकित्सकों ने दिए साक्षात्कार
राजेंद्र आयुíवज्ञान संस्थान (रिम्स) के निदेशक पद पर नियुक्ति के लिए बुधवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने प्रोजेक्ट भवन में चिकित्सकों का साक्षात्कार लिया। कुल 14 चिकित्सक उपस्थित होकर तथा चार वीडियो कान्फ्रेंसिग से इसमें शामिल हुए। तीन चिकित्सक साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए।
राची : राजेंद्र आयुíवज्ञान संस्थान (रिम्स) के निदेशक पद पर नियुक्ति के लिए बुधवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने प्रोजेक्ट भवन में चिकित्सकों का साक्षात्कार लिया। कुल 14 चिकित्सक उपस्थित होकर तथा चार वीडियो कान्फ्रेंसिग से इसमें शामिल हुए। तीन चिकित्सक साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए। चयन समिति में शामिल एम्स, नई दिल्ली तथा पीजीआइ, लखनऊ के निदेशक ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से चिकित्सकों का साक्षात्कार लिया। वहीं, मुख्य सचिव के अलावा स्वास्थ्य सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी, आइआइएम, राची के निदेशक प्रो. शैलेंद्र सिंह आदि प्रोजेक्ट भवन में उपस्थित थे।
साक्षात्कार में शामिल चिकित्सकों में से तीन नामों का पैनल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता तथा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। बताया जाता है कि तीनों नामों का पैनल तैयार कर लिया गया है। हालाकि इसमें किन चिकित्सकों के नाम शामिल हैं, इसका खुलासा नहीं हो सका है। चर्चा है कि यूनिवíसटी ऑफ मेडिकल साइंसेज, सैफई के डा. राजकुमार, एम्स नई दिल्ली के रिटायर न्यूरोलाजिस्ट डा. कामेश्वर प्रसाद के अलावा एलएचएमसी नई दिल्ली के डा. संजीव कुमार टुड्डू के नाम पैनल में शामिल हो सकते हैं। रिम्स के पूर्व निदेशक डॉ तुलसी महतो के अलावा रिम्स के ही चिकित्सक डा. अमर वर्मा, डा. अजय कुमार श्रीवास्तव आदि भी साक्षात्कार में शामिल हुए। इनके अलावा आइजीआइएमएस, पटना के डा. एसके शाही, एमएएमसी नई दिल्ली के डा. जेसी पासी आदि भी साक्षात्कार में शामिल हुए।
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साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए पूर्व निदेशक डा. डीके सिंह
निदेशक पद पर फिर से नियुक्ति के लिए आवेदन देनेवाले रिम्स के पूर्व निदेशक डॉ डीके सिंह साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए। उन्होंने पूछने पर दैनिक जागरण से फोन पर बताया कि साक्षात्कार की तिथि में संशोधन हुआ, लेकिन संशोधित तिथि को उनका कुछ और जरूरी काम था। इस कारण साक्षात्कार में शामिल नहीं हो सके। बता दें कि एम्स, भटिंडा में कार्यकारी निदेशक के पद पर नियुक्त होने के बाद उन्होंने रिम्स निदेशक का पद छोड़ दिया था। हालाकि बाद में वे इस पद पर बने रहना चाहते थे, लेकिन राज्य सरकार ने उन्हें विमुक्त कर दिया।
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कोरोना से कैसे निपटेंगे, पूछे गए सवाल :
सूत्रों के अनुसार, साक्षात्कार के दौरान चिकित्सकों से अधिसंख्य सवाल रिम्स की बेहतरी को लेकर पूछे गए। रिम्स को राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने के लिए उनके पास क्या विजन है, यह जानने का भी प्रयास किया गया। साथ ही कोरोना से निपटने को लेकर भी सवाल पूछे गए। कोरोना से निपटने में कौन सा देश या राज्य कैसे बेहतर कर रहा है, इसपर भी सवाल हुए।