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Jharkhand: कहीं आपकी मुश्किलें न बढ़ा दें ये रोहिंग्या रिफ्यूजी, खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा...

Jharkhand News खुफिया रिपोर्ट भी इस बात का खुलासा कर चुकी है कि झारखंड के कई हिस्सों में रोहिंग्या मुसलमान की उपस्थिति के लिहाज से समय रहते इन्हें चिह्नित नहीं किया गया तो आने वाले समय में ये रोहिंग्या मुसलमान झारखंड की विधि-व्यवस्था के लिए सिरदर्द साबित होंगे।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 10 Mar 2021 06:41 AM (IST)Updated: Wed, 10 Mar 2021 01:36 PM (IST)
Jharkhand: कहीं आपकी मुश्किलें न बढ़ा दें ये रोहिंग्या रिफ्यूजी, खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा...
Jharkhand News: खुफिया रिपोर्ट इस बात का खुलासा कर चुकी है कि झारखंड के कई हिस्सों में रोहिंग्या मुसलमान हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News मयांमार के रोहिंग्या मुसलमान अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गए और अब देश के विभिन्न राज्यों में चोरी-छिपे रह रहे हैं। झारखंड के भी कई हिस्सों में उनकी उपस्थिति की सूचनाएं आए दिन मिलती रही हैं। पूर्व में जारी खुफिया रिपोर्ट भी इस बात का खुलासा कर चुकी है कि समय रहते इन्हें चिह्नित नहीं किया गया तो आने वाले समय में ये रोहिंग्या मुसलमान झारखंड की विधि-व्यवस्था के लिए सिरदर्द साबित होंगे।

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अब तक राज्य में अधिकृत रूप से रोहिंग्या मुसलमानों के तीन सदस्य ही गिरफ्तार किए गए हैं। तीनों गिरफ्तारी गत वर्ष अप्रैल महीने में धनबाद के बैंक मोड़ इलाके से हुई थी। इसके बाद ही खुफिया विभाग के कान खड़े हुए थे, लेकिन इसपर छानबीन को आगे नहीं बढ़ाया जा सका और मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। लोहरदगा में भी पूर्व में एनआरसी व सीएए के समर्थन में निकले जुलूस पर जानलेवा हमला, आगजनी, पथराव व तोड़फोड़ के बाद कर्फ्यू लगा था।

इस बवाल में भी बांग्लादेशी व रोहिंग्या मुसलमानों के शामिल होने की आशंका जताई गई थी। यहां तक कि लोहरदगा में विशेष शाखा के एक डीएसपी ने लोहरदगा थाना क्षेत्र के 13 लोगों पर रोहिंग्या व बांगलादेशी घुसपैठियों को छिपाने का आरोप लगाया था। इस सूचना का लोहरदगा के उक्त क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों ने विरोध किया था, जिसके बाद विशेष शाखा के उक्त डीएसपी का स्थानांतरण भी हो गया था।

प्रतिबंधित पीएफआइ संगठन के साथ मिलकर राज्य को अशांत करने की रचते रहे हैं साजिश

झारखंड में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बवाल में भी रोहिंग्या मुसलमानों की संलिप्तता की सूचनाएं मिलती रही हैं। झारखंड सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) को यह बताते हुए प्रतिबंधित कर दिया था कि उसकी गतिविधियां आतंकी संगठनों जैसी हैैं।

खुफिया विभाग ने भी अपनी रिपोर्ट में यह जिक्र किया था कि राज्य के पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा व दुमका आदि क्षेत्रों में बांग्लादेशी, रोहिंग्या व आतंकी संगठनों को पीएफआइ के सदस्य संरक्षण दे रहे हैं, जो घातक है। ये गौ-तस्करी कर रहे हैं और यहां के पशुओं को गंगा नदी को पार कराते हुए बांग्लादेश तक पहुंचा रहे हैं। झारखंड के पाकुड़ में पूर्व में थाने पर हमला की घटना में भी पीएफआइ के साथ रोहिंग्या मुसलमानों की संलिप्तता की सूचनाएं पुलिस तक पहुंची थी।


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