Move to Jagran APP

Lockdown Extension: लॉकडाउन बढ़ा तो बढ़ेगी महंगाई, रोजमर्रा की चीजों की सप्‍लाई पर पड़ेगा असर

Lockdown Extension News. झारखंड में लॉकडाउन के 17 दिनों में मंहगाई लगातार बढ़ी। रोजमर्रा की चीजें जैसे आटा-दाल-तेल की सप्लाई में कमी हो सकती है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 11 Apr 2020 04:28 PM (IST)Updated: Sun, 12 Apr 2020 01:06 AM (IST)
Lockdown Extension: लॉकडाउन बढ़ा तो बढ़ेगी महंगाई, रोजमर्रा की चीजों की सप्‍लाई पर पड़ेगा असर
Lockdown Extension: लॉकडाउन बढ़ा तो बढ़ेगी महंगाई, रोजमर्रा की चीजों की सप्‍लाई पर पड़ेगा असर

रांची, जासं। कोरोना महामारी से निपटने के लिए 17 दिनों से राज्य में लॉकडाउन जारी है। खाद्य आपूर्ति बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा कई स्तरों पर प्रयास किया जा रहा है। इधर, केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का इशारा भी मिला है जिसके बाद खुदरा व्यापारी फिर से जरूरी सामानों का स्टॉक करने लगे हैैं। व्यापारियों का मानना है कि रोजमर्रा की चीजें जैसे आटा, चावल, दाल, बिस्कुट और तेल आदि की किल्लत हो सकती है। वहीं लॉकडाउन की अवधि बढऩे पर सप्लाई कम होने की आशंका जताई जा रही है। इससे महंगाई बढ़ सकती है।

loksabha election banner

अभी की स्थिति देखें तो चावल-दाल से लेकर रिफाइन तेल तक के दाम में 26 मार्च से लेकर 10 अप्रैल तक में वृद्धि देखी गयी है। 26 मार्च को 35 रुपये बिकने वाला चावल 10 अप्रैल को 40 रुपये प्रतिकिलो हो गया। वहीं गेहूं के दाम में भी रोज उतार-चढ़ाव जारी रहा है। बाजार में दाल की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ी है। पंडरा बाजार में दाल व्यापारी अनिश अग्रवाल ने बताया कि स्टॉक होना ही काफी नहीं है। अगर आवाक कम हुआ तो स्टॉक पर असर होगा। कोरोना के चलते ट्रासपोर्ट सेवा की कमी ने सप्लाई को सीमित किया है। साथ ही दाल कीसबसे बड़े व्यापार मंडियां राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र पूरी तरह से बंद हैं। इस वजह से बाजार पर प्रेशर बढ़ रहा है।

बाजार समिति में जमाखोरी रोकने को बनाए गए हैं कई चेक प्वांइट

बाजार समिति के सचिव अभिषेक आंनद का कहना है कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ी भी तो रांची में खाद्यान्न की दिक्कत नहीं होगी। जिला प्रशासन और बाजार समिति ने पहले से इंतजाम किया गया है। जमाखोरी और कालाबाजारी रोकने के लिए कई चेक प्वाइंट बनाए गए हैं। साथ ही रोज बाजार में सामानों के मूल्य जिसमें थोक और खुदरा के भाव साफ लिखे होते हैं बाजार में व्यापारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। अभिषेक आंनद ने बताया कि बाजार समिति के पास पर्याप्त मात्रा में सभी जरूरी सामानों का स्टॉक है। इसलिए मार्केट में पैनिक होने की जरूरत नहीं है। मंडी में जरूरत के हिसाब से आवक सामान्य है।

पंडरा बाजार समिति का भाव (प्रति किलो बाजार भाव)

खाद्यान्न का नाम       26 मार्च            1 अप्रैल       10 अप्रैल

चावल (उत्तम)         35.2             45             45

चावल (मध्यम)        28.4             32             32

चावल (सामान्य)       25.6             27             29

गेहूं                  31              32             32

आटा                27.5             28             28

चना दाल             63              70             70

अरहर दाल            83              85             95

मसूर दाल             60              70             70

चीनी                 38              42             40

सोया रिफाइन तेल        103             105            105

पंडरा बाजार समिति में स्टॉक (मीट्रिक टन में)

चावल   315 एमटी

आटा    125 एमटी

दाल     425 एमटी

नमक    185 एमटी

चीनी     115 एमटी

सरसों तेल 1.8 लाख लीटर

रिफाइन तेल 1.2 लाख लीटर

मीट-मछली की दुकानें खुलीं

कई दिनों के गतिरोध के बाद प्रशासन की मदद से शुक्रवार से मीट-मछली की दुकानें खोली गईं। कुछ बाजारों में पुलिस द्वारा विक्रेताओं की लिस्ट बनायी गयी है। पहले दिन दुकान खुलने पर बाजार में कुछ खास भीड़ नहीं दिखी। हालांकि प्रशासन के द्वारा सभी दुकानदारों को हिदायत दी गई है कि वो बाजार में खुद से शारीरिक दूरी बनाये रखने के लिए लोगों को प्रेरित करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.