Jharkhand Weather Forecast: बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन कमजोर, अब झारखंड को बारिश से मिलेगी राहत
Jharkhand Weather Alert रांची मौसम विभाग से राहत भरी खबर आ रही है। झारखंड में अब बारिश कम होने वाली है। बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन अब कमजोर पड़ता जा रहा है। अब यह दूसरी तरफ गति कर रहा है। झारखंड में कहीं कहीं हल्की बारिश होगी।
रांची, जागरण संवाददाता। India Meteorological Department राजधानी रांची समेत झारखंड के विभिन्न जिलों में लगातार कई दिनों से हो रही बारिश से अब लोगों को थोड़ी बहुत राहत मिलने की उम्मीद जगी है। मौसम विभाग ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन अब कमजोर पड़ रहा है। यह उत्तर पश्चिमी छत्तीसगढ़ और इससे सटे पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश में एक डिप्रेशन में बदल गया है। यही वजह है कि झारखंड में बारिश से अब राहत मिल सकती है।
कई स्थानों पर रुक रुक कर होगी बारिश
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर पश्चिमी छत्तीसगढ़ और उससे सटे पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश पर गहरा अवसाद पिछले 06 घंटों के दौरान 13 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। उत्तर मध्य प्रदेश में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और अगले 24 घंटों के दौरान चिह्नित निम्न दबाव उस क्षेत्र में कमजोर होता जाएगा। इसे झारखंड में तेज हवा और मूसलाधार बारिश कम होने की संभावना है। हालांकि, अभी कई स्थानों में रुक रुक के बारिश होने की संभावना भी जताई गई है।
कालोनी के बीच में ही उखड़ गया पेड़
राजधानी रांची स्थित हरमू एचआई कालोनी में तेज हवा और बारिश के कारण रविवार सुबह एक पेड़ उखड़ गया। इसके बाद यहां के लोगों में डर व्याप्त है। लगातार 24 घंटे से अधिक समय से हो रही बारिश के बाद जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रात भर हवा चलती रही। राजधानी रांची में 24 घंटे के अंदर 3 दर्जन से अधिक पेड़ कई जगहों पर गिर गए हैं। इससे कई वाहन क्षतिग्रस्त भी हुए।
जलजमाव से रांची नगर निगम की पोल खुली
इसके अलावा रांची में लोग जलजमाव से परेशान हैं। कई इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से पोल खुल गई है। सड़कों पर नाली का पानी बह रहा है। सड़कों पर जलजमाव की स्थिति है। रांची नगर निगम की व्यवस्था की पोल खुल गई है। मानसून के मद्देनजर नगर निगम की ओर कोई व्यवस्था नहीं की गई थी, इस बारिश ने यह साबित कर दिया है। जलजमाव वाले इलाकों में लोग आक्रोशित नजर आ रहे हैं।