भारत व ब्रिटेन ऐसे भविष्य का निर्माण करेंगे, जहां किसी का नहीं होगा शोषण
ब्रिटिश उच्चायुक्त सर डोमिनिक एस्कि्वथ ने सोमवार को ओरमांझी में ओरिएंट क्राफ्ट कारखाने में जिम्मेदार प्रवास परियोजना की शुरुआत की।
By Edited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 05:43 AM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 05:43 AM (IST)
ओरमांझी (रांची), जासं। ब्रिटिश उच्चायुक्त सर डोमिनिक एस्कि्वथ ने सोमवार को ओरमांझी में ओरिएंट क्राफ्ट कारखाने में 'जिम्मेदार प्रवास परियोजना' की शुरुआत की। इस मौके पर ब्रिटिश उच्चायुक्त सर डोमिनिक एस्कि्वथ ने कहा कि इस परियोजना को प्रसिद्ध ब्रिटिश ब्राड मार्क्स एंड स्पेंसर के साथ लांच करने की खुशी है। भारत व ब्रिटेन एक वैश्विक बल के रूप में एक साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। दोनों देश एक ऐसे भविष्य के निर्माण के लिए अग्रसर हैं, जहा जबरदस्ती कराया जाने वाला श्रम और शोषण अतीत की बात होगी।
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार दुनिया भर के कमजोर श्रमिकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। झारखंड से भी काफी संख्या में लोग पलायन कर फैक्ट्री या घरेलू कामगार के रूप में रोजगार की तलाश में दिल्ली व अन्य बड़े शहर पहुंचते हैं। जहा वे नौकरी की अनिश्चितता के अलावा शोषण के शिकार भी होते हैं। ऐसे में परियोजना रेडिमेंट परिधान क्षेत्र में भर्ती व उनके हितधारकों की पहचान कर नीतिगत जागरूकता लाने व उनकी समस्याओं से निपटने में भी सहयोग करेगी।
पीएचआइए के निदेशक आनंद कुमार बोलिमेरा ने कहा कि परिधान क्षेत्र में जिम्मेदार प्रवास को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटिश उच्चायोग और मार्क्स और स्पेंसर के साथ साझेदारी को लेकर उत्साहित है। पीएचआइए फाउंडेशन गरीब समूहों को सशक्त बनाने और प्रवासी समुदायों के बीच उनकी सुरक्षा और अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में इनकी भी रही मौजूदगी
समारोह में आरिएंट क्राफ्ट के सीएमडी सुधीर धींगरा, मार्क्स एंड स्पेंसर के भारत प्रमुख निधि दुआ, पीएचआइए के निदेशक आनंद कुमार बोलिमेरा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार विराफ एम मेहता, साउथ एशिया के क्षेत्रीय निदेशक आलोक सिंह राणा फि ना सालडर सहित कई लोगों ने संबोधित किया। मौके पर मुख्य रूप से डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, जीएम देवासिश विसवाल, चीफ इंजीनियर अभय पाठक, वोइस प्रेसिडेंट अर्चना तोमर, फ्लोरेंस निदेशक एहसान अंसारी कंपनी के कर्मी आदि उपस्थित थे।
गरीब कामगारों को मिलेगी मदद
यह परियोजना ब्रिटिश सरकार तथा मार्क्स एंड स्पेंसर द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित है। कपड़ा कारखानों में या घरेलू कामगार के रूप में नौकरी के लिए झारखंड के कई श्रमिक दिल्ली-एनसीआर सहित बड़े शहरों में प्रवास कर जाते हैं। एक स्थिर नौकरी खोजने के अनिश्चितता के अलावा वे अक्सर शोषण के शिकार होते हैं। रेडीमेड परिधान क्षेत्र में भर्ती और मुद्दों का मूल्यांकन करने में शामिल हितधारकों की पहचान करके यह परियोजना नीतिगत वकालत और जागरूकता के माध्यम से उनके द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं से निपटेगी।
25 से 30 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दो साल पहले ओरिएंट क्राफ्ट का शुभारंभ ओरमाझी में किया था। वर्तमान में सिमडेगा, लातेहार, गुमला, खुंटी आदि जिलों की 3000 से ज्यादा युवतियां इस कारखाने में कार्यरत है। मार्क एंड स्पेंसर, मदरकेयर, लेवाइस जैसे ब्राडेड कंपनियों के उत्पादों की सिलाई का काम कर रही हैं। वहीं, अक्टूबर में कंपनी का खेलगाव में प्लाट भी चालू हो जाएगा, जिससे शुरू में ही 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। आने वाले समय में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 25 से 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार दुनिया भर के कमजोर श्रमिकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। झारखंड से भी काफी संख्या में लोग पलायन कर फैक्ट्री या घरेलू कामगार के रूप में रोजगार की तलाश में दिल्ली व अन्य बड़े शहर पहुंचते हैं। जहा वे नौकरी की अनिश्चितता के अलावा शोषण के शिकार भी होते हैं। ऐसे में परियोजना रेडिमेंट परिधान क्षेत्र में भर्ती व उनके हितधारकों की पहचान कर नीतिगत जागरूकता लाने व उनकी समस्याओं से निपटने में भी सहयोग करेगी।
पीएचआइए के निदेशक आनंद कुमार बोलिमेरा ने कहा कि परिधान क्षेत्र में जिम्मेदार प्रवास को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटिश उच्चायोग और मार्क्स और स्पेंसर के साथ साझेदारी को लेकर उत्साहित है। पीएचआइए फाउंडेशन गरीब समूहों को सशक्त बनाने और प्रवासी समुदायों के बीच उनकी सुरक्षा और अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में इनकी भी रही मौजूदगी
समारोह में आरिएंट क्राफ्ट के सीएमडी सुधीर धींगरा, मार्क्स एंड स्पेंसर के भारत प्रमुख निधि दुआ, पीएचआइए के निदेशक आनंद कुमार बोलिमेरा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार विराफ एम मेहता, साउथ एशिया के क्षेत्रीय निदेशक आलोक सिंह राणा फि ना सालडर सहित कई लोगों ने संबोधित किया। मौके पर मुख्य रूप से डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, जीएम देवासिश विसवाल, चीफ इंजीनियर अभय पाठक, वोइस प्रेसिडेंट अर्चना तोमर, फ्लोरेंस निदेशक एहसान अंसारी कंपनी के कर्मी आदि उपस्थित थे।
गरीब कामगारों को मिलेगी मदद
यह परियोजना ब्रिटिश सरकार तथा मार्क्स एंड स्पेंसर द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित है। कपड़ा कारखानों में या घरेलू कामगार के रूप में नौकरी के लिए झारखंड के कई श्रमिक दिल्ली-एनसीआर सहित बड़े शहरों में प्रवास कर जाते हैं। एक स्थिर नौकरी खोजने के अनिश्चितता के अलावा वे अक्सर शोषण के शिकार होते हैं। रेडीमेड परिधान क्षेत्र में भर्ती और मुद्दों का मूल्यांकन करने में शामिल हितधारकों की पहचान करके यह परियोजना नीतिगत वकालत और जागरूकता के माध्यम से उनके द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं से निपटेगी।
25 से 30 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दो साल पहले ओरिएंट क्राफ्ट का शुभारंभ ओरमाझी में किया था। वर्तमान में सिमडेगा, लातेहार, गुमला, खुंटी आदि जिलों की 3000 से ज्यादा युवतियां इस कारखाने में कार्यरत है। मार्क एंड स्पेंसर, मदरकेयर, लेवाइस जैसे ब्राडेड कंपनियों के उत्पादों की सिलाई का काम कर रही हैं। वहीं, अक्टूबर में कंपनी का खेलगाव में प्लाट भी चालू हो जाएगा, जिससे शुरू में ही 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। आने वाले समय में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 25 से 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
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