Move to Jagran APP

Lok Sabha Polls 2019: राष्ट्रीय मुद्दे पर टिके रहे भाजपा प्रत्याशी, कांग्रेेेस ने की झारखंड की बात

Lok Sabha Polls 2019. चैंबर के सीधा संवाद में भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ और कांग्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय ने लोगों के सवालों के जवाब दिए।

By Edited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 02:08 AM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 11:50 AM (IST)
Lok Sabha Polls 2019: राष्ट्रीय मुद्दे पर टिके रहे भाजपा प्रत्याशी, कांग्रेेेस ने की झारखंड की बात
Lok Sabha Polls 2019: राष्ट्रीय मुद्दे पर टिके रहे भाजपा प्रत्याशी, कांग्रेेेस ने की झारखंड की बात

रांची, जागरण संवाददाता। चैंबर द्वारा रविवार को 11 बजे करमटोली स्थित बैंक्वेट हॉल में सीधा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें रांची लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ और कांग्र्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय को लोगों से सीधा संवाद के लिए बुलाया गया था। कार्यक्रम 11 बजे से शुरू होना था। लेकिन कांग्र्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय 30 मिनट देर पहुंचे।

loksabha election banner

इससे पहले कार्यक्रम में स्वागत भाषण के बाद जब भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ को बोलने के लिए आमंत्रित किया गया तो आते ही उन्होंने ओजस्वी स्वर में अपना भाषण शुरू किया और कहा कि देश की तकदीर और तस्वीर बदल रही है। पंचायत से लेकर शहर और देश में विकास की धारा बही है और देश प्रगति के राह पर अग्र्रसर हो रहा है।

सबका साथ सबका विकास मंत्र के साथ भारत की मान मर्यादा इज्जत दुनिया के भीतर प्रमुख स्थान पर है। दुनिया में जो भी विकसित राष्ट्र हैं। अमेरिका, ब्रिटेन उस श्रेणी में खड़े हुए हैं। भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो गई है। हमें इसपर गर्व होना चाहिए। दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति भारत की है।

इस दौरान भाजपा प्रत्याशी ने एक बार भी राज्य में भाजपा द्वारा किए गए विकास कार्यों का जिक्र तक नही किया। वे सिर्फ राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलते रहें। इस कार्यक्रम में कांग्र्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय देर से पहुंचे। लेकिन पहुंचने के बाद भाजपा प्रत्याशी के हर सवाल को नोट करते रहे और जब बोलने आए तो झारखंड का जिक्र करते हुए उनके हर सवाल का सादगी के साथ जवाब दिया।

संजय सेठ द्वारा कही गई मुख्य बातें

-आशीर्वाद मिला तो सांसद के पीछे नहीं पड़ेगा घूमना

-एटीएम की तरह परेशानी डालें समाधान बाहर

-डॉक्टर की तरह एक-एक दिन हर जगह बैठेंगे

-रांची के 18 लाख जनता की संसद में आवाज बनूंगा

-नोटबंदी से बेईमानों पर कड़ा प्रहार हुआ

-पांच साल में राज्य में भय मुक्त वातावरण बना

-कांग्र्रेस ने हमेशा गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन गरीबी हटी नहीं

-पांच सालों में आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना

भाजपा के सवालों पर कांग्र्रेस का तीखा जवाब

झारखंड में 18.5 वर्ष से सरकारें रही हैं। इसमें 15 साल एक खास पार्टी की सरकार रही है। जब झारखंड बिहार से अलग हुआ। तब उद्योग थे। बिजली सरप्लस थी। एक नया सपना लेकर अलग हुआ था। लेकिन आज तुपुदाना औद्योगिक क्षेत्र में जहां पहले 300 फैक्ट्रियां थी। आज 100 रह गई हैं।

-सुबोधकांत ने राज्य में उद्योगों की स्थिति और रोजगार पर बोलते हुए कहा कि चांडिल्य के सारे चिमनी बंद हैं। अनिल अंबानी क्यों छोड़ कर भाग गए? सवाल 80 प्रतिशत पॉवर सेक्टर क्यों भाग गए? उन्होंने सीएम पर तंज कसते हुए कहा दुनिया घूमने गए और एक पंक्चर बनाने वाला भी नहीं आया।

-मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे के बाहर से पुुलिस की राइफल लूट लिया। इसके बाद भी भय मुक्त है।

-नोटबंदी के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर जीएसटी, नोटबंदी उपलब्धि है तो इस मुद्दे पर चुनाव क्यों नहीं लड़ते। नोटबंदी के बाद 99 प्रतिशत पैसा बैंकों में जमा हो गया।

इस क्रम में सुबोधकांत सहाय, संजय सेठ के सवालों का जवाब देते रहे। और संजय सेठ कार्यक्रम का हवाला देकर हाथ जोड़ते हुए खड़े हो गए। और मंच से उतर कर मीडिया कर्मियों से हाथ मिलाया, फिर बाहर निकल गए। इसके बाद सुबोधकांत भी मंच से उतर कर व्यापारियों और लोगों से मिलने लगे।

संजय सेठ के हर सवालों का सुबोधकांत ने दिया जवाब

जहां एक तरफ सीधा संवाद के दौरान हर सवाल का जवाब देते वक्त संजय सेठ उतावले दिख रहे थे। वहीं संजय सेठ द्वारा पूछे गए हर सवाल का सुबोधकांत ने क्रमवार तरीके से और सादगी से जवाब दिया।

लोगों के सवालों पर प्रत्याशियों का जवाब

प्रश्न- सीएनटी-एसपीटी, पेशा और एसी-एसटी एक्ट की अवहेलना कैसे रुकेगी?

जवाब- बीजेपी: पार्टी मंथन कर रही है। इंतजार कीजिए बहुत जल्दी अच्छा संकेत मिल सकता है। आदिवासियों की एक इंच जमीन कोई छीन नहीं सकता।

कांग्रेस : सीएनटी में संशोधन कर सरकार आदिवासियों का जमीन हड़पना चाहती थी। विद्रोह से हार मान संशोधन वापस ली। अब भूमि अधिग्रहण संशोधन लेकर आई है। 

प्रश्न- कांग्रेस 72 हजार रुपये देने की घोषणा कर रही है, पैसे कहां से आएंगे, व्यापारियों पर क्या असर पड़ेगा?- दीपक गोयनका

जवाब- कांग्रेस: दुनिया की बड़ी एजेंसियों ने माना है कि भारत की न्यूनतम आय छह हजार रुपये है। इसी के हिसाब से योजनाएं तैयार की गई हैं। भारत की कई योजनाओं को समाहित कर ऐसा किया जा सकता है।

प्रश्न- रांची में पार्षद से पीएम तक बीजेपी के हैं। आखिर आपकी पार्टी ने ऐसा क्या किया कि उस पर नाज किया जाय? राजेश दास

जवाब- भाजपा: नई पीढ़ी को मौका दीजिए। नए विजन, नई सोच और कमिटमेंट के साथ काम करेंगे। विजन को धरातल पर उतारा जाएगा।

प्रश्न- बताए पिछले घोषणा पत्र के वादों का क्या हुआ?

लघु उद्योगों के विकास की क्या योजना है?

जवाब- कांग्रेस: कांग्रेस पहले ही लघु उद्यमियों के व्यापार में शुरुआती तीन साल तक हस्तक्षेप नहीं करने की बात कह चुकी है। हर तीन महीने में व्यावसायिक संगठनों के साथ बैठक करेंगे और समस्याओं के समाधान पर चर्चा करेंगे।

बीजेपी: खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से लघु उद्योग की स्थापना हमारे विचार का प्रमाण है। 

15 लाख देने की बात पर गर्म हुआ माहौल

चैंबर द्वारा आयोजित सीधा संवाद कार्यक्रम के दौरान एक सवाल ऐसा भी आया जब कांग्र्रेस प्रत्याशी के सवाल के जवाब के बाद बवाल हो गया। लोग खड़े होकर इसका विरोध करने लगे। जिसके बाद कांग्र्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय को भी खड़ा होना पड़ा। फिर चैंबर अध्यक्ष दीपक मारू के हस्तक्षेप के बाद लोग शांत हुए।

दरअसल जेसिया के महासचिव अजय पचेरीवाला ने एक सवाल पूछा कि क्या घोषणा पत्र की बातें राजनीतिक पार्टियों के लिए लीगल बाईडिंग होनी चाहिए? इसके जवाब में भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ ने कहा हमारा घोषणा पत्र नहीं संकल्प पत्र है और हम इसे पूरा करने के लिए संकल्पित हैं।

इसी सवाल के जवाब में कांग्र्रेस प्रत्याशी ने खाते में 15 लाख भेजने की बात छेड़ दी। जिसके बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों का एक समूह खड़ा होकर उनके इस जवाब का विरोध करने लगे। लोगों का कहना था कि भाजपा ने इसे अपने मेनिफेस्टो में शामिल नहीं किया था। इसी लिए उनका जवाब गलत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.