झारखंड में प्रत्येक व्यक्ति को आयुष्मान योजना से जोड़ने की जरूरत
धनबाद के संजय साहू के बेटे को किडनी से संबंधित समस्या थी।
जासं, रांची : धनबाद के संजय साहू के बेटे को किडनी से संबंधित समस्या थी। उन्होंने बेटे को राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। संजय निजी कंपनी में काम करते हैं। इलाज में खर्च अधिक होने के कारण संजय इलाज कराने में सक्षम नहीं थे। न ही उसके पास आयुष्मान कार्ड था। अगर संजय के पास आयुष्मान कार्ड रहता तो उसे इलाज कराने में ज्यादा परेशानी नहीं होती। संजय जैसे कई लोग हैं, जो पैसे की कमी के कारण अपने मरीज का इलाज नहीं करा पाते। लोगों का कहना है कि बीमारी देख कर नहीं आती है कि किसके पास पैसा है और किसके पास नहीं। आयुष्मान कार्ड की सुविधा सभी लोगों को मिलनी चाहिए।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर सेहत योजना लाच किया है। इसमें खास बात यह है कि हर व्यक्ति को इलाज की गारंटी मिल गई है। चाहे वह गरीब हो या फिर अमीर। इसी तरह, उत्तराखंड सरकार ने भी आयुष्मान योजना के तहत सभी व्यक्तियों का बीमा कराया है। इसलिए अब झारखंड में भी इस मॉडल की चर्चा तेज होने लगी है। अभी झारखंड में सिर्फ उन्हीं लोगों का आयुष्मान कार्ड बन पाता है जिनके पास गुलाबी या फिर लाल कार्ड है। जिनके पास यह कार्ड नहीं है और वे आíथक रूप से कमजोर हैं, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। नतीजा उनके सामने घर-बार बेचने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं होता। ऐसे में सेहत योजना को झारखंड में भी लागू करना चाहिए ताकि इलाज की चिंताएं दूर की जा सकें।
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आयुष्मान योजना का लाभ सभी को मिलना चाहिए। क्योंकि बीमारी किसी को बोलकर नहीं आती। पैसे की तंगी के कारण कई जरूरतमंदों का इलाज नहीं हो पाता है। कई जरूरतमंद ऐसे भी हैं जिनके पास कार्ड की सुविधा नहीं होने के कारण चाह कर भी अपना इलाज बेहतर ढंग से नहीं करा पाते।
डा. प्रदीप कुमार सिंह
सचिव, आईएमए, झारखंड शाखा मेरे अस्पताल में अधिकतर आयुष्मान कार्ड होल्डर के मरीज आते हैं। इस कारण उनका बेहतर इलाज भी होता है। लेकिन कई मरीज ऐसे भी होते हैं जिन्हें कार्ड की जरूरत होती है। लेकिन, उनके पास इसकी सुविधा नहीं रहती। सरकार को भी चाहिए कि हर व्यक्ति को इसका लाभ मिले।
डा राजेश कुमार, बालपन चिल्ड्रन हॉस्पिटल आज की परिस्थिति में मेडिकल इंश्योरेंस की महत्ता अधिक है। इसे सभी को समझने की जरूरत है। सच यह भी है कि सभी मेडिकल इंश्योरेंस नहीं करा सकते। इसके लिए सरकार ही कदम उठा सकती है। आयुष्मान योजना एक ऐसी योजना है जिससे सभी लोगों को जोड़ा जा सकता है और जरूरतमंदों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है।
डा. केके कदम, पूर्व सीएमओ, एचईसी प्लांट हॉस्पिटल आयुष्मान योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ना चाहिए, ताकि इसका फायदा अधिक लोगों को मिल सके। इस योजना की जरूरत और भी लोगों को है। सरकार चाहे तो अन्य जरूरतमंदों को भी इससे जोड़ जा सकता है।
डा. पवन कुमार वर्णवाल, हड्डी जोड़ प्रत्यारोपण व नस रोग विशेषज, रांची
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रांची जिला में 900000 लोगों को गोल्डन कार्ड की सुविधा मिली है। जिसके माध्यम से कई लोगों को इसका लाभ मिल चुका है। वही 19 लाख लोगों को गोल्डन कार्ड की सुविधा दी जाएगी। रांची जिले में करीब 34 लाख लोगों की संख्या है।