कुख्यात सुजीत सिन्हा गैंग को मिली थी बीयर फैक्ट्री में हमले की सुपारी
तुपुदाना इंडस्ट्रियल एरिया के स्पेंशरस विवरेज बीयर फैक्ट्री में हमला मामले में थाने में दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। फैक्ट्री में हमला में कुख्यात सुजीत सिन्हा गैंग का हाथ है।
रांची, जेएनएन। तुपुदाना इंडस्ट्रियल एरिया स्थित स्पेंशरस विवरेज बीयर फैक्ट्री में हमला मामले में नया खुलासा हुआ है। घायल अमित कुमार सिंह व फैक्ट्री के निदेशक योगेंद्र तिवारी के अनुसार पलामू जेल में बंद कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा को बीयर फैक्ट्री में कब्जा दिलाने की जिम्मेवारी मिली थी। अपने गुर्गो को भेजकर कब्जा के लिए हमला करवाया। इससे दो दिन पहले सुजीत सिन्हा के नाम पर दस लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी गई थी।
इस मामले में बीते शुक्रवार को सुमित कुमार सिंह के बयान पर एक प्राथमिकी, जबकि फैक्ट्री के निदेशक के आवेदन पर रंगदारी की प्राथमिकी तुपुदाना ओपी में दर्ज की गई है। सुमित के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के छह नामजदों में से केवल सुजीत सिन्हा के गुर्गे आकाश कुमार सिन्हा को जेल भेजा गया है। जबकि हमला कराने की साजिश रचने वाले अजय सिन्हा सहित पांच आरोपित थाने से छूट गए। सभी को पुलिस ने एक बड़े नेता की पैरवी पर छोड़ दिया। जबकि सिटी एसपी सुजाता वीणापाणि की मौजूदगी में सभी को गिरफ्तार किया गया था।
हमला के बाद कार व बाइक हुए थे जब्त : तुपुदाना इंडस्ट्रियल एरिया स्थित स्पेंशरस विवरेज बियर फैक्ट्री में कब्जा के विवाद में दो पार्टनरों के विवाद में हमला हुआ था। अजय सिन्हा पक्ष के करीब 20 से 25 युवकों ने बंद पड़ी फैक्ट्री में हमला कर दिया था। वहां मौजूद कर्मी अमित सिंह और गुलशन सिंह को मारकर जख्मी कर दिया था। इसके बाद 12 बाइक, एक फॉचूनर कार भी जब्त की गई थी। लेकिन सभी को छोड़ दिया गया।
बताते चलें कि इसी फैक्ट्री में बीते वर्ष 2018 में भी योगेंद्र तिवारी व अजय सिन्हा के बीच मारपीट हुई थी। मारपीट के बाद तुपुदाना ओपी में प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी। बताया जा रहा है कि कंपनी के पांच निदेशकों में अजय सिन्हा को निकाल दिया गया है। इसके बाद से विवाद चल रहा है।
'जमानतीय धाराओं में केस दर्ज होने की वजह से जमानत देकर छोड़ा गया है। सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।' सुजाता वीणापाणि, सिटी एसपी रांची।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप