रांची, राज्य ब्यूरो। बहुचर्चित 1.08 करोड़ रुपये के अलकतरा घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने बुधवार से कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यालय और इसके निदेशकों से जुड़े चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईडी को इस छापेमारी में करोड़ों के निवेश और जमीन से संबंधित कागजात मिले हैं, जिसकी छानबीन चल रही है।
ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने सीबीआई की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज अलकतरा घोटाले के केस के आधार पर 1.08 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था। गत वर्ष इसी सिलसिले में ईडी ने मेसर्स कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (केआईडीसीएल) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बंगाल के झाड़ग्राम में कौशल्या हेरिटेज होटल को सील किया था। इस होटल की कीमत 1.08 करोड़ रुपये बताई गई थी। इस घोटाले में ईडी का अनुसंधान अभी जारी है।
ईडी को अनुसंधान के दौरान मिली ये जानकारी
ईडी ने अलकतरा घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज अनुसंधान शुरू किया तो पता चला कि मेसर्स कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) टाटानगर की 59 रसीद को जमा किया था, जिसमें केवल 33 रसीद ही सही पाई गई थीं।
शेष 26 रसीद जो 560.959 मिट्रिक टन अलकतरा से संबंधित थीं, जिसकी कीमत 1.08 करोड़ रुपये थी, वे फर्जी पाई गई थीं। इतना ही नहीं, उक्त रसीद को गलत तरीके से सड़क निर्माण विभाग डालटनगंज के इंजीनियर ने भी पास कर दिया था। इससे साबित हुआ था कि केआईडीसीएल को गलत तरीके से 1.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।