पाकुड़ में पत्थर खदानों में अवैध खनन, नक्सलियों तक भी पहुंचाए जा रहे विस्फोटक
Jharkhand. पाकुड़ में कानून को ताक पर रखकर पत्थर खदानों में खनन किया जा रहा है। जिस खदान का लीज नहीं है वहां भी खनन कार्य चल रहा है।
रांची, [दिलीप कुमार]। पाकुड़ में कानून को ताक पर रखकर पत्थर खदानों में खनन किया जा रहा है। जिस खदान का लीज नहीं है, वहां भी खनन कार्य चल रहा है। इतना ही नहीं, बिना विस्फोटक का लाइसेंस लिए ही विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सबसे गंभीर बात यह है कि नक्सलियों तक विस्फोटक पहुंचाए जा रहे हैं। यह शिकायत पुलिस मुख्यालय को मिली है।
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर ही सीआइडी ने कई बार पाकुड़ के जिला पुलिस-प्रशासन को पत्राचार किया, लेकिन अब तक इस संबंध में पाकुड़ से कोई जवाब नहीं मिला है। एक बार फिर छह जून को सीआइडी ने पाकुड़ के एसपी को यह निर्देश जारी किया कि पूरे मामले की जांच डीएसपी स्तर के अधिकारी से करवाएं और सीआइडी मुख्यालय को शीघ्र रिपोर्ट भेजें।
पाकुड़ के एसपी को भेजे गए पत्र में यह कहा गया है कि पाकुड़ जिले के हिरणपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर मौजा में लीज धारक जयंत कुमार टार्जन व प्रीतम जायसवाल तथा विभाश मिश्र अवैध तरीके से लीज एरिया से बाहर उत्खनन कार्य कर रहे हैं और सरकारी राजस्व की चोरी कर रहे हैं। इतना ही नहीं, अवैध खनन में इस्तेमाल हो रहे विस्फोटकों का बिना अनुमति इस्तेमाल किया जा रहा है और ये विस्फोटक नक्सलियों तक भी पहुंचाए जा रहे हैं।
14 मार्च को भी किया जा चुका है पत्राचार
पुलिस मुख्यालय के आदेश पर सीआइडी मुख्यालय ने 14 मार्च को भी पाकुड़ के एसपी को पत्राचार किया था। बताया गया था कि पाकुड़ में खदानों में छापेमारी के दौरान अवैध विस्फोटकों की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। पुलिस मुख्यालय को यह सूचना मिली थी कि पत्थर खदान मालिक उमा सिंह उर्फ उमाचंद्र सिंह नक्सलियों की मिलीभगत से अवैध उत्खनन कर रहे हैं।
इतना ही नहीं, खदान में उपयोग किए जाने वाले विस्फोटकों की सप्लाई नक्सलियों को की जा रही है। इस पूरे प्रकरण की जांच कर एक सप्ताह के भीतर पूरी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश जारी किया गया था। पाकुड़ के एसपी ने इस मामले में अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं दी।
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