IAS Transfer-Posting: झारखंड में 5 आइएएस अफसरों का तबादला, वंदना दादेल को बड़ी जिम्मेवारी LIST
IAS Transfer-Posting in Jharkhand झारखंड सरकार ने पांच आइएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। वंदना दादेल को कार्मिक विभाग का प्रधान सचिव बनाया है। वे इसके अलावा मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगी। मनीष रंजन को ग्रामीण विकास विभाग का सचिव बनाया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। IAS Transfer-Posting in Jharkhand राज्य सरकार ने वरीय आइएएस अधिकारी वंदना दादेल को कार्मिक विभाग का प्रधान सचिव बनाया है। वर्तमान में उनके पास इस विभाग का अतिरिक्त प्रभार था। दादेल इसके अलावा मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगी। उन्हें उनके मूल पदस्थापन वाणिज्य कर विभाग से मुक्त कर दिया गया है। उनकी जगह पर यह दायित्व ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक को दिया गया है।
इधर, कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त मनीष रंजन को ग्रामीण विकास विभाग का सचिव बनाया गया है। मनीष रंजन अपने कार्यों के अलावा ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव का दायित्व भी संभालेंगे। सरकार ने पशुपालन निदेशक नैंसी सहाय को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर नियुक्त किया है।
इसके साथ ही उद्यान निदेशक वरुण रंजन को अगले आदेश तक मनरेगा आयुक्त के पद पर पदस्थापित किया गया है। सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभार लेने का निर्देश कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग की ओर से जारी कर दिया गया है।
कोविड संक्रमण से मरे कर्मियों की सूची तलब
वित्त विभाग ने सभी विभागों और उपायुक्तों से उन कर्मियों की सूची तलब की है जो कोविड के संक्रमण के कारण काल के गाल में समा चुके हैं। विभाग के संयुक्त सचिव अविनाश कुमार सिंह ने सभी विभागीय प्रमुखों और सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर बताया है कि राज्य सरकार ऐसे कर्मियों के परिजनों को अनुग्रह क्षतिपूर्ति अनुदान की स्वीकृति के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। इसके लिए ऐसे कर्मियों की वास्तविक जानकारी आवश्यक है। इस क्रम में राज्य में कार्यरत नियमित, संविदा, प्रतिनियुक्ति, एकमुश्त अथवा दैनिक वेतनभोगी पदाधिकारियों व कर्मियों की सूची तलब की गई है जिनकी मौत कोविड-19 के संक्रमण से हो गई है। सभी विभागों से सोमवार तक जानकारी मांगी गई है।
बुंडू के बीडीओ नरेंद्र नारायणी से मांगी रंगदारी
तमाड़ के पूर्व बीडीओ राहुल कुमार के बाद अब बुंडू के बीडीओ नरेंद्र नारायणी से भी एक करोड़ के इनामी नक्सली पतिराम मांझी के नाम पर रंगदारी मांगी गई है। इस मामले में बुंडू के बीडीओ नरेंद्र नारायणी ने बुंडू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस को जानकारी है कि इससे पहले इनामी नक्सली पतिराम मांझी के नाम पर पूर्वी सिंहभूम व धनबाद जिले के भी दो बीडीओ से रंगदारी के लिए कॉल जा चुका है। बुंडू के बीडीओ नरेंद्र नारायणी ने बुंडू थाने में लिखित आवेदन देकर बताया है कि उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया।
कॉल करने वाले धमकी देते हुए कहा कि वह पतिराम मांझी बोल रहा है। उसने कहा कि नक्सली संगठन को फंड की जरूरत है। इसके लिए उसने धमकाया। इस घटना के बाद से ही बुंडू के बीडीओ सहमे हुए हैं। इसके बाद से ही उन्होंने बुंडू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए रांची के एसएसपी ने एक एसआइटी का गठन किया है। जिस नंबर से कॉल किया गया है, उसकी जांच जारी है। पता चला है कि सभी संबंधित बीडीओ को एक ही नंबर से कॉल किया गया है।