मामा-भांजे की घिनौनी हरकत, नौकरी के नाम पर लड़कियों को दिल्ली में बेचते थे; एक गिरफ्तार Ranchi News
Human Trafficking in Jharkhand रांची की बेटियों को दिल्ली में बैठे मामा के पास एजेंट भांजा भेजता है। अब पुलिस लड़कियों को बचाने दिल्ली जाएगी।
रांची, जासं। तमाम कोशिशों के बावजूद ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर लगाम लगाना संभव नहीं हो पा रहा है। एक के बाद एक लगातार मामले सामने आ रहे हैं। मामा-भांजे की जुगलबंदी में रांची की बेटियों को दिल्ली में बेचने का मामला सामने आया है। पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। पांच वर्ष पूर्व रांची के लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में बेच दिया गया है। इसके बाद से नाबालिग का कोई अता पता नहीं चल पाया है।
नाबालिग बेटी की खोजबीन में परेशान परिजनों को जानकारी मिली थी कि इटकी इलाके का रहने वाला सुभाष सिंह उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया था और उसे बेच दिया है। इधर हाल में सुभाष सिंह इटकी इलाके में दिखा तो उसे खूंटी की रहने वाली समाजसेवी लक्ष्मी बाखला के सहयोग से सीडब्ल्यूसी रांची की अध्यक्ष रूपा वर्मा ने इटकी थाने की पुलिस से पकड़ाया। इसके बाद उसे कोतवाली थाना स्थित एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) भेजा गया।
यहां उसे हिरासत में रखकर पूछताछ की जा रही है। अब तक की पूछताछ में सुभाष सिंह ने बताया है कि वह 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले अपने मामा विमल सिंह को सौंप दिया है। विमल सिंह ने ही नाबालिग की नौकरी लगाई है। पुलिस की पूछताछ में आई बातों के आधार पर नाबालिग को रेस्क्यू करने के लिए एक टीम दिल्ली भेजने की तैयारी कर रही है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की एक टीम विमल सिंह के ठिकाने पर पहुंचेगी और लापुंग इलाके से गायब नाबालिग का पता लगाया जाएगा।
जगन्नाथ मेला घुमाने के नाम पर ले गया था आरोपित
लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को ह्यूमन ट्रैफिकिंग का एजेंट सुभाष सिंह बीते 1 जुलाई 2015 को बाइक में बैठाकर जगन्नाथ मेला घुमाने की बात कहकर ले गया था। उस दिन के बाद नाबालिग घर नहीं लौटी। अबतक नाबालिग के बारे में कोई पता नहीं चल पाया। इस दौरान नाबालिग के पिता और भाई लगातार ढूंढते रहे। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इधर, हाल में समाजसेवी लक्ष्मी बाखला की मदद से सीडब्ल्यूसी रांची में शिकायत दर्ज कराई गई।
सीडब्ल्यूसी में शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की गई और आरोपित सुभाष सिंह को रडार पर रखकर उसे दबोचा गया। फिलहाल सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में आरोपित सुभाष सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर लिया गया है। पुलिस नाबालिग का पता लगाने में जुट गई है।
मामा चलाता है प्लेसमेंट एजेंसी, भांजा भेजता है लड़कियां
अब तक की पुलिस की पूछताछ और सीडब्ल्यूसी को मिले इनपुट के अनुसार पकड़े गए आरोपित सुभाष सिंह का मामा विमल सिंह दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में लड़कियों को बेचने का धंधा चल रहा है। घरेलू कामों सहित अनैतिक कार्यों में भी लगाने का खेल करता है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि रांची से कितनी लड़कियों को दिल्ली भेजा गया है और वह किस स्थिति में है। पुलिस की टीम दिल्ली पहुंच कर पूरे मामले की जांच करेगी।
'हिरासत में लिया गए आरोपित द्वारा रांची की लड़कियों को दिल्ली में बेचने की जानकारी मिली है। इसके बाद पुलिस को अलर्ट करते हुए उसे पकड़वाया गया है। फिलहाल सीडब्ल्यूसी की टीम और पुलिस पता लगाने में जुट गई है कि कितनी बेटियों को प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में बेचा गया है।' -रूपा वर्मा, अध्यक्ष सीडब्ल्यूसी रांची।