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Immunity Booster: ये है इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाला रसगुल्‍ला, खाइए न साहब

Coronavirus Immunity Booster यह रसगुल्ला 12 प्रकार के फल और सब्जियों के गुणों से भरा है। च्वणप्राश फ्लेवर के रसगुल्ले की ज्यादा मांग है। कच्ची हल्दी का रसगुल्ला भी लोग पसंद कर रहे हैं। इम्यूनिटी वाला रसगुल्ला 20 रुपये में एक पीस मिलता है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 02:00 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 08:50 AM (IST)
Immunity Booster: ये है इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाला रसगुल्‍ला, खाइए न साहब
रांची के एक होटल में तैयार होने के बाद इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाला रसगुल्‍ला।

रांची, [संजय सुमन]। Coronavirus Immunity Booster भले ही व्यक्ति को मधुमेह हो, मगर रसगुल्ला देख कर हर किसी के मुंह में पानी आ ही जाता है। ऐसे में अगर कहा जाए कि आपका रसगुल्ला केवल स्वाद ही नहीं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करेगा तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल है। मगर ये काम अपर चुटिया के कमल कुमार अग्रवाल ने कर दिखाया है। कमल कई प्रकार के फल और सब्जियों का इस्तेमाल करके रसगुल्ला बना रहे हैं।

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इनका दावा है कि इन रसगुल्लों में फलों और सब्जियों के जितना ही पोषक तत्व है। इसके साथ ही शुद्ध दूध से बने छेना की ताकत भी खाने वाले को मिलती है। इससे शरीर की इम्यूनिटी अपने आप ही बढ़ने लगती है। इसके साथ ही कमल कुमार करेले और हरी मिर्च के फ्लेवर का भी रसगुल्ला बनाते हैं। रांची के बाजार में फल और सब्जियों के गुण से भरे रसगुल्ले को काफी पसंद किया जा रहा है।

फल और सब्जियों के गुदे से तैयार होता है रसगुल्ला

कमल कुमार अग्रवाल झारखंड कैटेरर एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। उन्होंने बताया कि इस विशेष प्रकार के रसगुल्ले को बनाने का आइडिया उन्हें लॉकडाउन के दौरान आया। उन्होंने बताया कि इन रसगुल्लों को बनाने के लिए हर फल या सब्जी के फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। सबसे पहले उनका पल्प निकालकर उसे छेना में मिलाया जाता है। इसके बाद उसे आम रसगुल्ले की तरह ही तैयार किया जाता है। पल्प की मात्रा इतनी रखी जाती है कि केवल उसका फ्लेवर आए। इन रसगुल्लों को बिना फ्रीज के 24 घंटों तक इस्तेमाल किया जा सकता है।

रसगुल्ले में भरते हैं च्वणप्राश के गुण

कमल अग्रवाल बताते हैं कि हाल के दिनों में च्वणप्राश के रसगुल्लों की मांग काफी ज्यादा बढ़ी है। इन रसगुल्लों में कई प्रकार के मसालों को खजूर के पल्प में मिलाकर रसगुल्ले के अंदर भरा जाता है। इसके बाद एक खास तापमान पर गर्म चीनी की चाशनी में इसे डूबा कर रखा जाता है।

उन्होंने बताया कि कोरोनावायरस के दौर में लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तमाम चीजें कर रहे हैं। ऐसे में मिठाई केवल स्वाद के लिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में मिठाई को लेकर अपने नए प्रयोग जारी रखेंगे।


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