रांची रेलवे स्टेशन पर बनाया गया हाई लेवल प्लेटफॉर्म
लाकडाउन में झारखंड में चलाई 95 श्रमिक स्पेशल ट्रेन 94000 मजदूर प्रदेश आए। जागरण संवाददा
लाकडाउन में झारखंड में चलाई 95 श्रमिक स्पेशल ट्रेन, 94000 मजदूर प्रदेश आए
जागरण संवाददाता, रांची : रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक तथा सैलून साइडिग को हाई लेवल प्लेटफार्म बनाया गया है। उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय को अपग्रेड कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन के रिटायरिग रूम तक काम कोर्स एरिया से लिफ्ट लगाई गई है। प्लेटफार्म संख्या दो और तीन का समतलीकरण किया गया है। रेलवे फाटक पर लो हाइट सबवे का निर्माण किया गया है। रांची और हटिया रेलवे स्टेशन पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जा रहा है। मुरी रेलवे स्टेशन पर वाटरिग सिस्टम लगाया गया है। रांची और हटिया रेलवे स्टेशन के शौचालयों को बायो टॉयलेट में तब्दील कर दिया गया है। रेलवे ने कोरोना के दौरान झारखंड में 95 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं। इन ट्रेनों में अन्य राज्यों से 94,000 प्रवासी मजदूर झारखंड आए। इसके अलावा रेलवे ने जरूरतमंदों को मास्क सैनिटाइजर और साबुन वितरित किया। भोजन भी वितरित किया। रांची के मंडल अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था की गई। 50 बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया। इसमें 60 मरीजों का इलाज किया गया। यहां स्पेशल फीवर क्लीनिक की स्थापना की गई। श्रमिक स्पेशल ट्रेन एवं स्पेशल ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिग रांची, हटिया, मोरी और लोहरदगा रेलवे स्टेशनों पर की गई। लॉकडाउन के समय ट्रेनों का परिचालन बंद होने का फायदा उठाते हुए लूप लाइन में भी ट्रेनों की गति 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 30 किलोमीटर कर दी गई। माल गाड़ियों की औसत गति 13 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 46 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई। रांची मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। तीन पैसेंजर हाल्ट पर सौर ऊर्जा से बिजली दी जा रही है।