Rajya Sabha Election: सोनिया गांधी से मिलने हेमंत सोरेन दिल्ली रवाना... झामुमो ने कहा- कांग्रेस को नहीं देंगे राज्यसभा सीट
Hemant Soren vs Sonia Gandhi राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी दावेदारी ठोक रही है। झामुमो सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। इस चक्कर में अबतक नाम की घोषणा नहीं हो सकी है। अब खबर आ रही कि हेमंत सोरेन शाम में दिल्ली जाएंगे। सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Rajya Sabha Election 2022 राज्यसभा की एक सीट पर सत्ताधारी गठबंधन की जीत तय है और यह सीट किस दल के खाते में जाएगी, इसको लेकर शनिवार शाम तक ऊहापोह का माहौल बना हुआ है। हालांकि, अब जो सूचनाएं आ रही हैं उसके अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस साझा उम्मीदवार देने को तैयार दिख रहे हैं। इस मसले पर अंतिम निर्णय सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद होने की बात कही जा रही है। सोनिया गांधी से बैठक के लिए मुख्यमंत्री शनिवार की देर शाम नई दिल्ली रवाना होंगे।
राज्यसभा चुनाव में झामुमो का ही प्रत्याशी होगा
शाम में बैठक समाप्त होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से कहा कि राज्यसभा चुनाव में पार्टी का अपना उम्मीदवार होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। उनसे समर्थन देने का आग्रह करेंगे। कोशिश होगी कि गठबंधन का एक ही प्रत्याशी हो। उम्मीदवार के नाम की घोषणा सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद की जाएगी।
सरना धर्म कोड के लिए राष्ट्रपति से मिलेंगे नेता
उन्होंने यह भी कहा कि जून में झामुमो का एक प्रतिनिधिमंडल सरना धर्म कोड पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात करेगा। उनसे मांग करेंगे कि देश में प्रस्तावित आगामी जनगणना में सरना धर्म को स्थाना दिया जाए। संसद के आगामी सत्र में केंद्र सरकार इसपर अमल करे।
अफसरों की जांच करें एजेंसियां पर सरकार को बदनाम नहीं
झामुमो नेता ने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार को अस्थिर करने की वह साजिश कर रही है। जिस अफसर पर कार्रवाई करना हो एजेंसियां करें, लेकिन सरकार को बदनाम करने की कार्रवाई बंद हो। भाजपा अपने कुकृत्य से बाज आए, ऐसा नहीं हुआ तो राज्यसभा चुनाव के बाद आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
सुनिए, मीडिया से क्या कह रहे झामुमो नेता
कांग्रेस और झामुमो कर रहे दावेदरी
अभी तक कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता अपनी अपनी ओर से राज्यसभा सीट के लिए दावेदारी जताते आ रहे हैं। कांग्रेस के नेता पिछले 3 दिनों से उम्मीद कर रहे थे कि मुख्यमंत्री सोनिया गांधी से मिलने जाएंगे लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था। पहले झारखंड के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर व कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और फिर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने मुख्यमंत्री से अलग-अलग मुलाकात कर सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कोई निर्णय लेने का आग्रह किया था। इसके बावजूद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय नहीं होने से कांग्रेस के नेता संशय में थे। अब संशय खत्म होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री शनिवार की देर शाम नई दिल्ली रवाना हो जाएंगे। नई दिल्ली में सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात को लेकर सारी तैयारियां कर ली गई है।
सोनिया गांधी से बातचीत के बाद तय होगा नाम
सोनिया गांधी से बातचीत करने के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार की दोपहर में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों के साथ बैठक रखी थी और इसमें जो निर्णय लिए गए हैं उससे कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत करा दिया जाएगा। कांग्रेस राज्यसभा में अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाना चाहती है और इसी कारण से पार्टी ने झारखंड में अपने सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा से त्याग करने का आग्रह किया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास कांग्रेस से कहीं अधिक विधायक हैं जिसके आधार पर मोर्चा राज्यसभा में अपनी पसंद के उम्मीदवार को भेजने के लिए मन बनाए हुए है। पार्टी के कई विधायकों ने इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को निर्णय लेने का अधिकार सौंपने की बात कही है। ऐसे में अब लगभग तय है कि हेमंत सोरेन जो निर्णय लेंगे उसको पार्टी स्वीकार करेगी। देखना यह होगा की हेमंत सोरेन सोनिया गांधी को समझा पाते हैं या फिर सोनिया गांधी हेमंत सोरेन से अपनी बात मनवाने में सफल होती हैं। जो भी हो रविवार को उम्मीदवार का नाम तय हो जाएगा।