Move to Jagran APP

एचईसी का माली हालत खराब, नहीं उबर रहा घाटे से

लगातार घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हेवी इंजीनियरिग की स्थिति काफी खराब है। वर्षो से यह कंपनी घाटे में चल रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 02:02 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 02:02 AM (IST)
एचईसी का माली हालत खराब, नहीं उबर रहा घाटे से
एचईसी का माली हालत खराब, नहीं उबर रहा घाटे से

जागरण संवाददाता, रांची : लगातार घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हेवी इंजीनियरिग कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचईसी) की स्थिति काफी खराब है। कंपनी पर कई दूसरी कंपनियों का करोड़ों रुपये का बकाया है, जिसके भुगतान के लिए एचईसी पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। वही कर्मचारियों का भी काफी बकाया है। यहां काम करने वाले लोगों के साथ-साथ उनके परिजनों को यह चिंता सताती रहती है कि कहीं कंपनी बंद न हो जाए। स्थिति अभी ऐसी है कि कभी मुनाफे में चलने वाली कंपनी बंदी की कगार पर खड़ा है।

loksabha election banner

कंपनी के आय के स्रोत होते जा रहे हैं बंद

आज कंपनी के अपने आय के स्त्रोत भी बंद होते जा रहे हैं। कंपनी को उत्पादन के अलावा टाउनशिप से भी कुछ साल पहले करोड़ों रुपये की आमदनी होती थी। मगर इस साल ये भी बंद होता दिख रहा है। कंपनी के द्वारा मार्केट एरिया के दुकानों का किराया बढ़ाये जाने का विरोध करते हुए दुकानदारों ने किराया देना बंद कर दिया है। हालांकि कुछ राजस्व क्वाटरों से कंपनी को इस साल भी आ रहा है। क्या कारण है टाउनशिप का राजस्व घटने के पीछे-

कंपनी के टाउनशिप की सबसे बड़ी समस्या अवैध कब्जा है। मार्केट एरिया में कई ऐसे दुकान हैं जो कंपनी की इजाजत के बिना चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही लगभग दुकानदारों ने कंपनी को अपना किराया नहीं दिया। वहीं क्वार्टंरों में भी अवैध कब्जे के मामले पिछले तीन सालों में काफी ज्यादा बढ़े हैं। कंपनी का पांच सालों में प्रदर्शन -

वर्ष कुल उत्पाद शुद्ध लाभ-घाटा (करोड़ में)

2018-19 340.22 -93.67

2017-18 399.02 446

2016-17 390.11 -82.27

2015-16 374.48 ं-144.77

2014-15 361.58 -241.68 टाउनशीप का राजस्व-

वर्ष कुल आय

2014-15 1265.09 लाख

2015-16 1393.34 लाख

2016-17 1484.98 लाख

2017-18 1876.47 लाख

2018-19 1296.64 लाख

2019-20 281.75 लाख (अगस्त तक)

टाउनशीप का राजस्व 2019-20

माह राजस्व (लाख में)

अप्रैल 36.98

मई 70.90

जून 45.55

जुलाई 81.08

अगस्त 47.24 एचईसी के द्वारा वसूला जा रहा राजस्व

किराया वर्ग फीट में

(1999 में) नया रेट (मार्च 01, 2018)

0.40 पैसे 11 रुपये प्रति वर्गफीट

1.35 रुपये 21 और 20 रुपये प्रति वर्गफीट

1.20 रुपये 15 और 14 रुपये प्रति वर्गफीट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.