पीएम का काफिला निकला तो लग गया पूरे शहर में जाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रांची प्रवास को लेकर दो दिनों तक पुलिस-प्रशासन के पसीने छूटते रहे। बुधवार को पीएम का काफिला निकला तो पूरे शहर में जाम लग गया।
राज्य ब्यूरो, रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रांची प्रवास को लेकर दो दिनों तक पुलिस-प्रशासन के पसीने छूटते रहे। मंगलवार की दोपहर से लेकर बुधवार की दोपहर तक शहर की सुरक्षा चुस्त थी। प्रधानमंत्री के काफिले को लेकर सुबह से ही राजभवन से एयरपोर्ट तक हाई अलर्ट जोन घोषित था और सभी बाइलेन पर बैरिकेटिंग थी, इसलिए सड़क की दोनों तरफ लंबा जाम लग गया था।
पीएम को राजभवन से सुबह 9:55 बजे एयरपोर्ट के लिए निकलना था, लेकिन वे 10:20 बजे राजभवन से निकले। तब तक शहर में लगभग जाम की नौबत आ गई। वाहनों के चक्के थम गए थे। जैसे ही प्रधानमंत्री का काफिला एयरपोर्ट पहुंचा, बैरिकेटिंग खोल दी गई। करीब एक घंटे तक जाम समाप्त होने में लग गया। इस दरम्यान यातायात पुलिस के पसीने छूटते रहे।
यातायात व्यवस्था की मानीट¨रग एसपी यातायात अजीत पीटर डुंगडुंग स्वयं कर रहे थे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 1500 अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया था। वहीं, वैकल्पिक मार्ग पर भी कोई व्यवधान न हो, इसकी मॉनीट¨रग भी की जा रही थी। आइपीएस मनोज रतन चोथे ने निभाई महती भूमिका एयरपोर्ट से राजभवन व राजभवन से एयरपोर्ट तक कारकेड के प्रभारी आइपीएस मनोज रतन चोथे थे।
चोथे एसपी सीआइडी हैं। इन्होंने कारकेड को सुरक्षित पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे रास्ते भर पल-पल की खैरियत लेते रहे ताकि कोई व्यवधान न हो। राजभवन से एयरपोर्ट तक उन्होंने प्रधानमंत्री के कारकेड को 15 से 17 मिनट के भीतर पहुंचा दिया।
आइपीएस प्रियंका मीणा ने एयरपोर्ट पर संभाल रखी थी सुरक्षा की कमान एसस आरबी की एसपी प्रियंका मीणा ने एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री के कारकेड पहुंचने के बाद वहां की सुरक्षा-व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी। भीड़ प्रधानमंत्री से मिलने के लिए बेकाबू न हो, इसके लिए उन्होंने आवश्यक दिशानिर्देश दे रखा था। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब लोहरदगा से रांची एयरपोर्ट पर पहुंचे, तब चुनिंदा लोग ही उनसे मिल पाए। इसके बाद वे एयरपोर्ट से ही पश्चिम बंगाल के लिए विशेष विमान से रवाना हो गए। अलर्ट मोड पर था अग्निशमन व दंगा निरोधक दस्ता प्रधानमंत्री के रांची प्रवास को लेकर अग्निशमन विभाग व दंगा निरोधक दस्ता अलर्ट मोड पर था। हर विषम परिस्थितियों से निपटने की पूरी व्यवस्था थी। दस अतिरिक्त डीएसपी भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा की निगाहबानी कर रहे थे।