ऋषभ के नाम पर मो. जावेद ने एक करोड़ की ठगी की, शादीशुदा होकर भी हिंदू बनकर पूनम से शादी की Hazaribagh News
Hazaribagh Police Jharkhand Crime News शादीशुदा जावेद ने जमशेदपुर की पूनम शर्मा से हिंदू बन कर शादी की थी। प्राथमिकी दर्ज होने के एक घंटे बाद ही पुलिस उसे घर से उठा लाई। उसने नौकरी दिलाने के नाम कई युवाओं को ठगा।
हजारीबाग, जासं। हजारीबाग सदर थाना पुलिस की गिरफ्त में आए ठग मो. जावेद के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पेलावल निवासी मो. जावेद रामगनर के सुशीला अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 303 में ऋषभ शर्मा के नाम से रहकर ठगी का कारोबार संचालित कर रहा था। उसके गिरोह में एक दर्जन से अधिक लोग हैं, इनमें चार हजारीबाग के रहने वाले हैं। उसने नौकरी लगाने के नाम पर दो दर्जन से अधिक लोगों से करीब एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। इनमें कोचिंग संचालक बंशीलाल चौक निवासी कुमूद रंजन उर्फ विपुल सर भी हैं, जिनसे सीसीएल में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की गई है। पुलिस ने ठग के साथ उसकी पत्नी पूनम शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। दोनों न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए हैं।
2012 में हिंदू बनकर पूनम शर्मा से रचाई शादी, 2018 में किया कोर्ट मैरेज
मो. जावेद उर्फ ऋषभ शर्मा ने वर्ष 2012 में जमशेदपुर में पढ़ाई करने वाली एमसीए की छात्रा बिहार के छपरा निवासी पूनम शर्मा से हिंदू बनकर शादी की। उसने कोर्ट शपथ पत्र के जरिए शादी की बात स्वीकार की। 2018 में उसने कोर्ट मैरेज किया। वह शादीशुदा है, इस बात की जानकारी उसने छुपाई। सच उस वक्त सामने आ गया, जब उसकी दो बेटियां और पत्नी जावेद की गिरफ्तारी की सूचना पर सदर थाना पहुंचीं। इसके बाद हंगामा हो गया। जावेद ने शिक्षा के बारे में भी गलत जानकारी दी। सात साल से पूनम को रामनगर में रखकर ठगी का धंधा करता रहा। उसने सभी लेनदेन अपनी तथाकथित पत्नी पूनम के खाते से की है।
फर्जी योगदान पत्र देकर दिल्ली रेल व आर्मी सेंटर में कराई चंद दिन नौकरी
थाने में ठगी के शिकार युवकों ने बताया कि पैसे लेने के बाद उसने फर्जी योगदान पत्र जारी कर दिया था। बकायदा इसने चार दिन तक विनय को दिल्ली रेलवे में टिकट काउंटर पर बैठाया। इसी तरह रोहित को सेना के कैंप में छह दिनों तक रखा। जब भेद खुला तो दोनों किसी तरह से बचकर वापस घर लौटे।
एसएससी के नाम से भी 16 युवकों से कर चुका है ठगी
आरोपित जावेद के स्थानीय साथी लाखे निवासी ओम प्रकाश उर्फ गौतम सागर तथा मेरु निवासी निशांत कुमार हैं। निशांत और गौतम ने हजारीबाग के 16 युवकों से एसएससी में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रति युवक दो लाख 40 हजार रुपये लिए हैं। जावेद इन दोनों के बीच का माध्यम था। पूछताछ में जानकारी मिली कि रांची, हजारीबाग, रामगढ़ व धनबाद में इनका गिरोह है। यूपी के हरजित सिंह इनका सरगना है।
प्राथमिकी के एक घंटे बाद पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार
सदर थाने में ठगी को लेकर मामला दर्ज होने के एक घंटे बाद ही पुलिस ने जावेद उर्फ ऋषभ शर्मा व पूनम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद थाने से छोड़ देने के लिए हर संभव पैरवी भी की गई। थाना प्रभारी को दो लाख रुपये का आफर भी दिया गया था।