हजारीबाग कांड को लेकर कांग्रेस ने नोटबंदी को दोषी ठहराया
जिन 11 बैंकों में 3118 करोड़ रुपये जमा कराए थे लोगों ने, उन बैंकों का प्रबंधन भाजपा नेताओं के पास।
राज्य ब्यूरो, रांची : हजारीबाग में एक साथ छह लोगों की आत्महत्या के पीछे का कारण भले ही स्पष्ट नहीं हो, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी के बाद देश के कई इलाकों में लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा और ऐसी ही परिस्थिति में इस परिवार ने यह कदम उठाया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
डॉ. कुमार ने आरोप लगाया कि देश में मोदी के आने के बाद सामाजिक तानाबाना खत्म होता जा रहा है। विरोध करने पर हमले होते हैं। पीट-पीटकर लोगों की हत्या करने के आरोपियों को केंद्रीय मंत्री माला पहनाकर स्वागत करते हैं तो ऐसे लोगों को मनोबल बढ़ेगा ही। ऐसे ही लोगों ने स्वामी अग्निवेश पर सरेआम हमला कर उन्हें पीटा है। मोदी राज में सबका साथ-सबका विकास नहीं, सबका विनाश हो रहा है।
आरोप लगाया कि 7 मई 2018 को सूचना अधिकार के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 नवंबर 2016 से लेकर 14 नवंबर 2016 के बीच 11 को-ऑपरेटिव बैंकों में 3148 करोड़ रुपये जमा हुए और इसके बाद सरकार ने को-ऑपरेटिव बैंकों में पैसे जमा करने से मना कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि इन बैंकों के प्रबंधन में शामिल लोग कहीं न कहीं भाजपा से संबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की मौज रही तो आम आदमी परेशानी में पड़ गया और यही कारण है कि हजारीबाग में छह लोगों ने आत्महत्या कर ली।
जाम के लिए हम माफी मांगते हैं, बदइंतजामी के लिए रघुवर मांगें माफी :
डॉ. अजय ने कहा कि सोमवार को झारखंड बंद के कारण आम लोगों को जाम का सामना करना पड़ा जिसके लिए लोगों से कांग्रेस माफी मांगती है। साथ ही उन्होंने कहा कि जानकारी होने के बावजूद रघुवर सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किया और इस कारण सरकार को भी माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लोगों को हुई परेशानी के लिए रघुवर दास को माफी मांगने की नसीहत दी।