अब विदेशी थालियों का जायका बढ़ाएंगी झारखंड की सब्जियां
रांची झारखंड की सब्जियां अब विदेशी थालियों का जायका भी बढ़ाएंगी। राज्य के सब्जियों के निर्यात की कोशिशों ने अंतत मूर्त रूप ले लिया है। गुरुवार को सब्जियों की पहली खेप दुबई के लिए भेजी गई है जिसे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने रांची के नगड़ी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये सब्जियां कोलकाता से एयरकार्गो द्वारा दुबई भेजी जा रही हैं।
रांची : झारखंड की सब्जियां अब विदेशी थालियों का जायका भी बढ़ाएंगी। राज्य के सब्जियों के निर्यात की कोशिशों ने अंतत: मूर्त रूप ले लिया है। गुरुवार को सब्जियों की पहली खेप दुबई के लिए भेजी गई है, जिसे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने रांची के नगड़ी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये सब्जियां कोलकाता से एयरकार्गो द्वारा दुबई भेजी जा रही हैं। यह पहला मौका है, जब राज्य की सब्जियों का निर्यात किया जा रहा है। कृषि बाजार समिति, रांची और जमशेदपुर के ऑल सीजन फार्म नाम की कंपनी के संयुक्त प्रयास से सब्जियों का निर्यात संभव हुआ है।
इस मौके पर राज्य के कृषि मंत्री बादल ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में सरकार प्रयासरत है। पहली बार किसानों की उपज को कृषि बाजार समिति, रांची के प्रयास से हम विदेश (दुबई) भेजने में सफल हुए है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि आगे अन्य जिलों के कृषि उत्पादों को भी निर्यात किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि बहुत जल्द राज्य सरकार कृषि निर्यात नीति लाने जा रही है। इस नीति के आने के बाद कृषि उत्पादों का निर्यात और भी सहज तरीके से किया जा सकेगा और किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य भी मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के सभी प्रयास सरकार के स्तर से किए जा रहे हैं। कृषि मंत्री ने किसानों को संगठित होकर काम करने की नसीहत दी। उन्होंने कृषि बाजार समिति, रांची के सचिव अभिषेक आनंद और ऑल सीजन फार्म के एग्री एक्सपोर्टर अब्दुल हमीद खान के प्रयासों की भी सराहना की।
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इन किसानों की सब्जियों का किया गया निर्यात :
विनोद केसरी, नीतू देवी, गणेश पाहन, अमन कुमार, बिरसा उरांव, श्वेता कुमारी, कंचन, दया देवी, सूरज कश्यप, सत्य स्वर केसरी, दसा उरांव, बिगलु कुमार।
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इन सब्जियों को भेजा गया दुबई :
करेला 300 किलोग्राम, भिडी-50 किलोग्राम, कद्दू-150 किलोग्राम, फ्रेंचबीन-50 किलोग्राम, कच्चू-150 किलोग्राम, बरबटी-100 किलोग्राम, कुंदरू-100 किलोग्राम, झिगी-100 किलोग्राम, व खकसा-100 किलोग्राम।
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अगले चरण में हजारीबाग, रामगढ़ और गुमला से निर्यात :
सब्जियों के निर्यात के दूसरे चरण में हजारीबाग, रामगढ़ और गुमला के किसानों की सब्जियों को विदेश भेजने की तैयारी की गई है। इन तीनों जिलों में सब्जियों का उत्पादन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है। इसके बाद राज्य के अन्य जिलों के किसानों को इससे जोड़ा जाएगा।
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एपीडा का प्रमाणपत्र भी किया गया हासिल :
अंतरराष्ट्रीय बाजार में फल एवं सब्जियों के निर्यात के लिए प्रमाणपत्र की भी आवश्यकता होती है। हमारे देश में यह प्रमाणपत्र कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा दिया जाता है। झारखंड से सब्जियों के निर्यात से पूर्व एपीडा सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया भी पूरी की गई है। एपीडा के निर्देशानुसार टेस्टिंग और पैकेजिग के तमाम मानकों को पूरा किया गया है।
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