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युवती से 9 माह पूर्व हुआ दुष्कर्म, बच्चे के जन्म के बाद सामने आया मामला; आरोपियों की तलाश शुरू

Jharkhand Crime News. गुमला में सड़क किनारे प्रसव पीड़ा से कराह रही पीडि़ता को राहगीरों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस ने अब मामला दर्ज कर लिया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 10:50 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 03:39 PM (IST)
युवती से 9 माह पूर्व हुआ दुष्कर्म, बच्चे के जन्म के बाद सामने आया मामला; आरोपियों की तलाश शुरू
युवती से 9 माह पूर्व हुआ दुष्कर्म, बच्चे के जन्म के बाद सामने आया मामला; आरोपियों की तलाश शुरू

रांची, जासं। Jharkhand Crime News रांची की एक दुष्कर्म पीडि़ता ने बीते गुरुवार को गुमला जिले के चैनपुर पुल के पास एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद पुलिस की नींद खुली और मामले में एफआइआर दर्ज कर उन दरिंदों की तलाश शुरू कर दी गई है। गुमला में सड़क किनारे युवती की प्रसव पीड़ा के दौरान राहगीरों ने पीडि़ता को अस्पताल में भर्ती कराया था। जब वहां बच्चे के पिता के बारे में पूछा गया तो मामले का खुलासा हुआ कि युवती दुष्कर्म पीडि़ता है। दुष्कर्म की शिकार युवती अविवाहित है।

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इसके बाद इसकी सूचना गुमला पुलिस को दी गयी। गुमला पुलिस ने पीडि़ता का बयान दर्ज किया। बयान में रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र में घटना घटित होने की बात सामने आई। इसके बाद गुमला पुलिस ने बयान लेकर लोअर बाजार थाने को भेजा। बयान के आधार पर लोअर बाजार थाने में दो अज्ञात बदमाशों पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

दो युवकों ने किया था दुष्कर्म

जानकारी के अनुसार युवती कांटाटोली में किराए के मकान में रहती थी। रांची में रहकर स्नातक की पढ़ाई करने के साथ घरेलु काम भी करती थी। इसी बीच नवंबर 2019 में मकान मालिक से अनबन होने के कारण गुमला स्थित घर जाने के लिए निकली और कांटाटोली में बस का इंतजार करने लगी। इसी दौरान एक काला शीशा लगे गाड़ी में सवार चार युवकों ने पूछा कि कहां जाना है। युवती ने बताई कि गुमला जाना है। इसके बाद युवक गाड़ी में बैठाकर उसे ओरमांझी स्थित जंगल ले गए। वहां दो लड़कों ने युवती के साथ दुष्कर्म किया और दोबारा कांटाटोली पहुंचा दिया। इससे वह गर्भवती हो गई थी।

ताने से परेशान होकर घर से निकली

मिली जानकारी के अनुसार पीडि़ता पेट में दर्द होने के वजह से रांची छोड़कर गुमला चली गयी। वहां परिजनों और रिश्तेदारों को घटना की जानकारी मिली तो ताने देने लगे। बताया जाता है कि युवती आदिम जनजाति के कोरबा जाति से संबंध रखती है। घर में उससे कोई बात नहीं करना चाहता। युवती के परिजन भी उसे हमेशा ताना दे रहे थे। वह परेशान होकर बीते गुरुवार को घर से निकली। लेकिन रास्ते में चैनपुर पुल के नजदीक प्रसव पीड़ा होने के बाद बच्चे को जन्म दिया।

बच्चे व युवती को सदर अस्पताल किया रेफर

रांची के ओरमांझी क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार डुमरी प्रखंड के एक गांव की अनुसूचित जनजाति की युवती ने सड़क पर बने पुलिया के नीचे बच्चे को जन्म दिया था। उसके बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद चैनपुर में भर्ती कराया गया था। जच्चा-बच्चा को बेहतर चिकित्सा सुविधा दिलाने के उद्देश्य से गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। बच्चे के कम वजन को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

चैनपुर के एसडीपीओ कुलदीप कुमार रविवार को महिला थाना अधिकारी फिलोमिना कुजूर के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर पहुंचे। दोनों ने युवती से लंबी पूछताछ की और उसका बयान दर्ज किया। एसडीपीओ ने बताया कि उसके साथ हुए दुष्कर्म के बारे में पूछताछ की गई है। इस मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आरोपितोंं की तलाश में जुटी है।


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