तामझाम से कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे बंधु तिर्की व प्रदीप यादव, बड़े नेताओं ने बनाई दूरी
Jharkhand. दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार पार्टी मुख्यालय पहुंचे दोनों नेताओं का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया।
रांची, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की पहुंचे एवं कांग्रेस में शामिल होने की सूचना दी। दोनों विधायकों ने हाल में ही सोनिया गांधी के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और इसके बाद रांची लौटकर पहली बार कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे। मौके पर प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता और अन्य वरीय नेताओं की अनुपस्थिति दिखी, लेकिन सेकेंड लाइन ने स्वागत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
ढोल-नगाड़े बजवाए और नई दुल्हन की तरह स्वागत किया या फिर यूं कहिए कि बरातियों की तरह। नाच-गान भी हुआ। भाषणबाजी भी, लेकिन नजरें घर के बड़ों को ढूंढ़ती रह गईं। खैर, इसका मलाल न दोनों नेताओं के चेहरे पर दिखा और न ही कार्यकर्ताओं के चेहरे पर। कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय पांडेय और अन्य ने शानदार स्वागत किया।
भव्य स्वागत देखकर दोनों विधायक गदगद हुए। कांग्रेस भवन में अभिनंदन सह स्वागत समारोह की अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा कि दोनों नेता हमेशा से कार्यकर्ताओं की आवाज बनकर रहे हैं और कांग्रेस में इनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को सदन में और सदन से बाहर मजबूती मिलेगी। कार्यक्रम में केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, रवींद्र सिंह, राजीव रंजन प्रसाद, अजय नाथ शाहदेव, ज्योति सिंह मथारू, सोनल शांति, दीपक ओझा आदि मौजूद थे।
जनता की लड़ाई के लिए बड़े मंच की जरूरत हुई पूरी : बंधु
विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि हम हमेशा जनता की आवाज बनकर रहे हैं और राजनीति में कभी ऐसी परिस्थिति होती है कि जनता के हितों के लिए बड़े मंच की जरूरत होती है। यह मिल गया है। झारखंड की जनता के लिए, बेरोजगार युवाओं के लिए, महिलाओं, जल, जंगल जमीन की रक्षा के लिए हमने सबसे बड़े मंच कांग्रेस पार्टी का चुनाव किया है और हमें इस पर गर्व है। हम कांग्रेस में एक सशक्त कार्यकर्ता की हैसियत से काम करेंगे।
कांग्रेस से भाजपा को भी सीखने की जरूरत : प्रदीप
विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि महानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखकर मनोबल ऊंचा हो गया है और विश्वास दिलाता हूं कि जनहित के लिए संघर्ष अनवरत जारी रहेगा। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा अपने एजेंडे में जनता को सर्वोपरि रखा है। कांग्रेस के कार्यों से भाजपा जैसी पार्टी को भी सीखने की जरूरत है। भाजपा ने हमेशा देश की जनता को बांटने-लूटने का कार्य किया है। आजादी के बाद यदि भाजपा को संविधान बनाने का अधिकार होता, तो शायद आज संविधान में जितने अधिकार जनता के लिए हैं, उनमें से एक भी अधिकार नहीं मिले होते। जनता शुरू से ही आपस में लड़ती रहती।