रांची के फर्जी एसीबी अधिकारी के चक्कर में फंसे गोविंदपुर सीओ
एसीबी का फर्जी डीएसपी बनकर सरकारी अधिकारियों व कर्मियों को ठगने वाले की तलाश की जा रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का फर्जी डीएसपी बनकर सरकारी अधिकारियों और कर्मियों को ठगने वाले रांची धुर्वा निवासी निमेश कुमार की तलाश में असली एसीबी की टीम लग गई है। उसकी छह अक्टूबर को एसीबी टीम ने फोटो भी जारी की थी। निमेश के बारे में पड़ताल के दौरान ही एसीबी अधिकारियों को यह जानकारी हाथ लगी कि गोविंदपुर के सीओ अनिल कुमार के कार्यालय में अकसर निमेश का आना जाना था।
वह उनके कार्यालय में काफी देर तक बैठता भी था। नतीजतन गोविंदपुर सीओ से एसीबी की टीम ने इसी सप्ताह दो बार पूछताछ की। अनिल कुमार से एसीबी टीम ने पूछा है कि आखिर उनका निमेश से क्या संबंध है। सीओ का कहना है कि निमेश तो अपने को एसीबी अधिकारी कहकर ही उनसे मिला था। वह कार्यालय आ जाता था। सूत्रों का कहना है कि निमेश पर एसीबी टीम सीओ से ही प्राथमिकी दर्ज करवा सकती है।
बेगूसराय से हो चुकी है पूर्व में गिरफ्तारी :
निमेश के बारे में एसीबी को पता चला है कि वह फर्जी एसीबी डीएसपी बन कई लोगों को चूना लगा चुका है। ऐसे ही मामले में वर्ष 2016 में उसकी बिहार के बेगूसराय से गिरफ्तारी भी हुई थी।
..धनबाद में रहता है भाई:
निमेश का एक भाई धनबाद के तेलीपाड़ा में रहता है। यह जानकारी भी एसीबी को लग चुकी है। उस भाई की स्कार्पियो को निमेश अक्सर इस्तेमाल करता था। एसीबी को संदेह है कि स्कार्पियो के दम पर ही फर्जी एसीबी डीएसपी के बहुरूप को वह और मजबूती देता था। निमेश के भाई के सहारे एसीबी उसे दबोचने की जुगत में लगी है।