राज्यपाल ने बच्चों की प्रतिभा को सराहा, पुरस्कारों से नवाजा
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। आवश्यकता है बस उन्हें तराशने की। जश्न-ए-बचपन कार्यक्रम में बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।
राज्य ब्यूरो, रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। आवश्यक्ता उन्हें और प्रखर बनाने की है ताकि वे आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सकें। सबका सामाजिक दायित्व है कि वे बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए तत्पर रहें। राज्यपाल मंगलवार को राजभवन के बिरसा मंडप में झारखंड राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा एनटीपीसी के सहयोग से आयोजित जश्न-ए-बचपन कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य-संगीत की प्रशंसा करते हुए कहा कि दिव्याग बच्चे काफी प्रतिभावान हैं। जरूरत इन्हें सही राह दिखाने और अवसर प्रदान करने की है।
इससे पहले, संत माइकल ब्लाइंड स्कूल, रांची के बच्चों ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। भारत सेवाश्रम संघ, दुमका के बच्चों ने स्वच्छता पर नाटक प्रस्तुत किया। रोटरी बाल विद्यालय, कोडरमा के बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने सभी प्रतिभागी बच्चों को सम्मानित कर उनका उत्साह बढ़ाया।
इस मौके पर कल्याण मंत्री लुईस मराडी, झारखंड खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, राज्यपाल के प्रधान सचिव सतेंद्र सिंह, कल्याण सचिव हिमानी पाडेय, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अपर सचिव शैलेश कुमार चौरसिया, इप्सोवा की अध्यक्ष पूनम पाडेय, बाल कल्याण परिषद कीउपाध्यक्ष पुष्पा भुवालिका आदि उपस्थित थे।
विजेताओं को पांच-पांच हजार के चेक
राज्यपाल ने इस अवसर पर राष्ट्रीय पेंटिंग प्रतियोगिता-2017 के विजेता दिव्याग बच्चे आयुष राज (क्षितिज मूक बधिर स्कूल, निवारणपुर, रांची), नीता कुमारी (राजकीय बालिका उच्च विद्यालय, लातेहार), कुमारी सुहाना रजक (ब्रजकिशोर नेत्रहीन बालिका विद्यालय, बरियातु), मोहित कुमार (क्षितिज मूक बधिर स्कूल, निवारणपुर, रांची) को पांच-पांच हजार रुपये का चेक पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए। वहीं, वर्ष 2018 की पेंटिंग प्रतियोगिता में दो श्रेष्ठ पेंटिंग बनानेवाले सूरज कुमार एवं वैभव कुमार शर्मा को भी इतनी राशि प्रदान की।