निजी अस्पतालों में इलाज की दर तय कर रही सरकार
विभागीय मंत्री की स्वीकृति के बाद लागू होगी अधिसूचना
राज्य ब्यूरो, रांची : राज्य में कोरोना के मामले आने के लगभग पांच माह बीत गए हैं, लेकिन अभी तक राज्य सरकार निजी अस्पतालों में इलाज की दर तय नहीं कर पाई है। निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों से इलाज के लिए मनमाना राशि की वसूली करने तथा इसे लेकर विपक्ष द्वारा सवाल उठाने के बाद राज्य सरकार अब निजी अस्पतालों में इलाज की दर तय कर रही है। दूसरे कई राज्य काफी पहले यह दर तय कर चुके हैं।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की दर तय करते हुए प्रस्ताव तय कर लिया है। इसपर दूसरे राज्यों में लागू दर का भी अध्ययन किया गया है। इसे विभागीय मंत्री बन्ना गुप्ता की स्वीकृति के बाद लागू किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री के कोरोना संक्रमित होने के कारण इसपर उनकी स्वीकृति नहीं मिल सकी है।
इस बाबत पूछने पर विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि निजी अस्पतालों में इलाज की दर तय कर ली गई है। शीघ्र ही इसे लागू कर दिया जाएगा। प्रस्ताव किस स्टेज में है और दर क्या निर्धारित की गई है, इसे बताने से उन्होंने इन्कार किया।
बता दें कि रांची में कई बड़े अस्पताल कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इसके लिए अस्पताल एक दिन में 25 से 50 हजार रुपये और कहीं-कहीं इससे भी अधिक वसूलने की खबरें आ रही हैं। सोमवार को ही पूर्व मंत्री व भाजपा के रांची विधायक सीपी सिंह ने इस मामले को उठाते हुए सरकार को घेरा था। सीपी सिंह ने कहा था कि सरकार निजी अस्पतालों पर नकेल कसने की जिम्मेदारी से भाग रही है। उधर सोमवार को ही वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने ट्वीट कर मेदिनीनगर के भुक्तभोगी परिवार का मसला उठाया था, जिन्हें रांची के एक निजी अस्पताल ने बिल नहीं चुका पाने के कारण बंधक बना लिया था।
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