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गोल्ड मेडल ने प्रियंका के लिए खोले ओलंपिक क्वालीफाइंग के द्वार

रांची सीनियर नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहली बार स्वर्ण जीतने वाली रांची की प्रियंका केरकेंट्टा के लिए ओलंपिक क्वालीफाइंग के लिए भी द्वार खुल गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 02:51 AM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 02:51 AM (IST)
गोल्ड मेडल ने प्रियंका के लिए खोले ओलंपिक क्वालीफाइंग के द्वार
गोल्ड मेडल ने प्रियंका के लिए खोले ओलंपिक क्वालीफाइंग के द्वार

जागरण संवाददाता, रांची : सीनियर नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहली बार स्वर्ण जीतने वाली रांची की प्रियंका केरकेंट्टा के लिए ओलंपिक क्वालीफाइंग के लिए भी द्वार खुल गए हैं। इस चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के साथ ही उसके अंकों का खाता खुल गया है। अब उसकी नजर अगले वर्ष होने वाले फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप पर है जो भारत में टोक्यो ओलंपिक के लिए अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिता होगी।

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स्वर्ण जीतने के बाद बातचीत में प्रियंका ने बताया कि उसे भरोसा था कि अपने घर में बेहतर प्रदर्शन करूंगी। मैदान में दर्शकों व परिवार के बीच स्वर्ण जीतने की मुझे खुशी है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि मैंने जो सोचा था वह करने में सफल रही। अब मेरा ध्यान अगले वर्ष होने वाले फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप पर है। आगे कहा कि चूकि ओलंपिक क्वालीफाइंग के लिए मेरा अंक जुड़ना शुरू हो गया है, इसलिए मैं चाहती हूं कि वहां भी बेहतर कर अंकों में बढ़ोतरी करूं। आज मेरा इवेंट था इसलिए मैं अपनी मां को भी साथ लाई साथ ही साई में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली प्रशिक्षुओं को भी आने को कहा था। इनलोगों ने मेरा उत्साह बढ़ाया। उनकी तालियों की गड़गड़ाहट मुझमें नई उर्जा का संचार कर रही थी।

प्रियंका ने कहा कि मैं पिछले तीन माह से अपने कोच विनोद सर के साथ इस प्रतियोगिता की तैयारी कर रही थी। मेरी सफलता सर के प्रयास व परिश्रम के कारण है। उनके प्रशिक्षण में ही मैं बेहतर कर पा रही हूं। यह पूछे जाने कि घर में खेलने का कोई दबाव था प्रियंका ने कहा, बिल्कुल नहीं, मुझे विश्वास था कि मैं बेहतर करने में सफल रहूंगी। प्रियंका और बेहतर कर सकती है : विनोद सिंह

प्रियंका केरकेंट्टा के प्रशिक्षक विनोद सिंह ने बताया कि मौसम खराब होने के कारण उसका प्रदर्शन थोड़ा प्रभावित हुआ। अगर बारिश नहीं हुई होती तो और बेहतर कर सकती थी। अब वह फेडरेशन कप के लिए तैयारी करेगी। क्योंकि हमारा लक्ष्य ओलंपिक क्वालीफाइंग के लिए ज्यादा से ज्यादा अंक बटोरना है। प्रियंका की उपलब्धि

- जूनियर नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन बार स्वर्ण जीती

- जूनियर नेशनल में 6.03 मीटर का नेशनल रिकॉर्ड बनाया

- 2018 में सीनियर ओपन नेशनल में 6.01 मीटर के साथ रजत

- 2019 में इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत जीता।


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