शौर्य, पराक्रम और विजय की याद दिलाती है गीता, आओं सब मिलकर....फिर से भारत माता को बनाए विश्व गुरु
Jharkhand News विश्व हिंदू परिषद(Vishwa Hindu Parishad) और बजरंग दल(Bajrang Dal) की ओर से झारखंड(Jharkhand) के रांची हजारीबाग गुमला रामगढ़ और दुमका में रविवार को शौर्य संचलन निकालकर शौर्य पखवाड़े(Shaurya Pakhwada) की शुरुआत की गई। गीता जयंती तो 14 दिसंबर को है यानि आज है।
रांची (जासं)। Jharkhand News: विश्व हिंदू परिषद(Vishwa Hindu Parishad) और बजरंग दल(Bajrang Dal) की ओर से झारखंड(Jharkhand) के रांची, हजारीबाग, गुमला, रामगढ़ और दुमका में रविवार को शौर्य संचलन निकालकर शौर्य पखवाड़े(Shaurya Pakhwada) की शुरुआत की गई। गीता जयंती तो 14 दिसंबर को है, लेकिन इस उपलक्ष्य में आयोजित यह कार्यक्रम प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर अलग-अलग दिन 26 दिसंबर तक चलेगा। इधर, संचलन से पूर्व रविवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुकुम चंद सावला ने कहा कि गीता जयंती मनाने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है। गीता हमें केवल 'जो होता है वह होने दो, क्या लेकर आए थे और क्या लेकर जाओगे' का ही ज्ञान नहीं देती, बल्कि शौर्य, पराक्रम और विजय की भी याद दिलाती है।
उन्होंने बजरंगियों से आह्वïान किया कि सभी को शस्त्र चलाने का अभ्यास करना चाहिए। संचलन रांची के चुटिया स्थित शास्त्री मैदान से निकलकर मंडा टाढ़, राम मंदिर, बहु बाजार, गणपत नगर, होते हुए फिर से उसी स्थान पर पहुंचा।
भारत माता को फिर से बनाए विश्व गुरु:
इधर, हजारीबाग में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह कार्यवाह राकेश लाल ने कार्यकर्ताओं को अनुशासन के साथ साथ राष्ट्र प्रेम का पाठ पठाया, धर्म का ज्ञान दिया और सनातन संस्कृति से संबद्ध इतिहास और विकास की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें आपसी भेद-भाव को भूलना होगा। पूरा विश्व हिंदुओं की ओर आशा भरी निगाह से देख रहा है। समय आ गया है कि हम एक होकर पूरे विश्व को एक बार फिर से अलौकिक शक्ति का अहसास कराए और भारत माता को फिर से विश्व गुरु बनाए।
उधर, रामगढ़ में विहिप के प्रदेश मंत्री डा. बीरेंद्र साहू ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता भगवान राम के सैनिक के रूप में राष्ट्र और अपनी संस्कृति की रक्षा करते आए हैं। इसके लिए इन्हें अपने प्राणों का भी बलिदान करना पड़े तो हंसते-हंसते बलिदान कर देते हैं।