Jharkhand: गीताश्री उरांव बोलीं, रांची में आदिवासियों की स्थिति-परिस्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही
Jharkhand News Congress News आदिवासी विकास परिषद की अध्यक्ष गीताश्री ने कहा कि सरकार आदिवासियों की हितों पर ध्यान दे। कहा कि जिले में आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार और शोषण की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है।
रांची, जासं। अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की बैठक प्रदेश कार्यालय हेहल में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता परिषद की प्रदेश अध्यक्ष गीताश्री उरांव ने की। बैठक में विशेष तौर पर रांची जिला कमेटी के विस्तारीकरण एवं सदस्य बनाने की बात कही गई। इसमें रांची जिला में प्रखंड गठन एवं पंचायत गठन पर विशेष जोर दिया गया। इस गठन कार्य की जिम्मेदारी जिला एवं महानगर के पदाधिकारियों को सौंपी गई। बैठक में गीताश्री उरांव ने कहा कि रांची जिला में आदिवासियों की स्थिति-परिस्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है।
लोग बेवजह प्रताड़ित किए जा रहे हैं। जमीन संबंधी समस्याओं की शिकायत परिषद के पास धड़ल्ले से आ रही है। जिले में आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार और शोषण की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। कोरोना के कारण शिक्षा और विकास दोनों रुका हुआ है। हमारी धार्मिक व्यवस्था की जमीनें जैसे सरना, मसना, हड़गड़ी, देशवाली, डालीकतारी, पहनई, भुईहरी, मुण्डई, कोटवारी, भुतखेता जैसी अनेकों जमीनें, जो सीएनटी एक्ट के तहत सिर्फ और सिर्फ आदिवासियों के हैं, ये या तो लुटे जा रहे हैं या फिर बेच दिए जा रहे हैं।
परंतु ना तो कोई संगठन इस पर ध्यान दे रहा है और ना ही सरकार तथा जिला प्रशासन इस पर ध्यान दे रहे है। वार्ड स्तर तक संगठन के गठन से आदिवासियों की समस्या सामने आएगी। बैठक में चुनाव कमेटी के निर्वाचन पदाधिकारियों का भी चयन किया गया।
इसमें प्रदेश कमेटी से प्रदेश अध्यक्ष गीताश्री उरांव, प्रदेश महासचिव सुशील उरावं एवं प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ. बिरसा उरांव का चयन किया गया। रांची जिला कमिटी एवं रांची महानगर कमिटी से कुन्दरसी मुंडा, पवन तिर्की, लाला महली, कार्तिक लोहरा, वासुदेव भगत एवं दुर्गा कच्छप जी को शामिल किया गया। बैठक में रातू, बेड़ो, मांडर, चान्हो, इटकी, कांके, ओरमांझी, नामकुम और विभिन्न वार्ड के सदस्य एवं पदाधिकारी शामिल हुए।